कोलकाता। ममता सरकार नोबेल विजेता अर्मत्य सेन , अभिजीत विनायक बनर्जी अर्थशास्त्री कौशिक बोस (Kaushik Bose) को राज्य का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘बंगभूषण सम्मान’ (Bangbhusan Award) देगी। यह सम्मान समाज के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए ममता सरकार की ओर से दी जाती है। तीन प्रख्यात अर्थशास्त्रियों को राज्य सरकार यह सम्मान देगी।
बता दें कि नोबल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अर्मत्य सेन मोदी सरकार की विभिन्न नीतियों को लेकर लगातार आलोचना करते रहते हैं। अर्थशास्त्री कौशिक बोस भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आर्थिक सलाहकार थे। बोस को भी मोदी सरकार के आलोचकों में से एक के रूप में भी जाना जाता है। एक अन्य नोबल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत विनायक बनर्जी वर्तमान में कोविड नियंत्रण पर राज्य सरकार की सलाहकार समिति के सदस्य हैं। अभिजीत बनर्जी भी मोदी सरकार की आलोचना करते रहे हैं। ऐसे में ममता सरकार अब मोदी सरकार के आलोचक रहे तीनों अर्थशास्त्रियों को राज्य के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित कर भाजपा को संदेश देना चाहती है।
बता दें कि नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन अक्सर मोदी सरकार की आलोचना करते रहे हैं। सेन ने हाल में भी भारत में मौजूदा हालात पर चिंता जताई थी और कहा कि लोगों को एकता बनाए रखने की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि धार्मिक आधार पर विभाजन नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा था- मुझे लगता है कि अगर कोई मुझसे पूछता है कि मैं किसी चीज से भयभीत हूं तो मैं कहूंगा ‘हां’। अब भयभीत होने की वजह है। देश में मौजूदा हालात डर की वजह बन गए हैं। उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि देश एकजुट रहे। मैं ऐसे देश में विभाजन नहीं चाहता, जो ऐतिहासिक रूप से उदार था। हमें एक साथ मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत केवल हिंदुओं या मुसलमानों का नहीं हो सकता। उन्होंने देश की परंपराओं के आधार पर एकजुट रहने की आवश्यकता पर जोर दिया।