केंद्र सरकार ने गुरुवार को स्वच्छता सर्वेक्षण के पांचवें संस्करण ‘स्वच्छ सर्वेक्षण- 2020’ के परिणामों की घोषणा की। लगातार चौथी बार इंदौर को देश के सबसे साफ शहर का खिताब मिला। इससे पहले वह 2017, 2018, 2019 में शीर्ष स्थान पर रहा। वहीं दूसरे स्थान पर गुजरात का सूरत और तीसरे पर महाराष्ट्र का नवी मुंबई है। पहले संस्करण में सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार कर्नाटक के मैसूर ने हासिल किया था।
स्वच्छता सर्वेक्षण में एक बार फिर इंदौर के नंबर वन रहने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्वच्छता इंदौर का स्वभाव है, यहां की जनता ने गंदगी को भगा दिया है और स्वच्छता इंदौर की सभ्यता बन गई है। मैं इंदौर की जनता को बहुत बधाई देता हूं। अब केवल देश से ही नहीं दुनिया से, लोग स्वच्छता का पाठ पढ़ने-सीखने कहीं आते हैं तो इंदौर आते है।
स्वच्छता सर्वेक्षण में चौथे नंबर पर विजयवाडा, पांचवें पर अहमदाबाद,छठे पर राजकोट, सातवें पर भोपाल, आठवें पर चंडीगढ़, नौवें पर विशाखापत्तनम और दसवें नंबर पर वडोदरा रहा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में जालंधर कैंट को सबसे स्वच्छ छावनी घोषित किया गया। वहीं, वाराणसी गंगा नदी के किनारे बसा सबसे साफ शहर रहा। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। बताया गया है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 का कार्य 28 दिन में पूरा किया गया है। स्वच्छता एप पर 1.7 करोड़ नागरिकों ने रजिस्ट्रेशन कराया। सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से ज्यादा बार इसे देखा गया। इससे पहले मंत्रालय के प्रवक्ता राजीव जैन बताया था कि 4,242 शहरों से 1.87 करोड़ लोगों ने इस सर्वे में भाग लिया। इसमें 62 छावनी बोर्ड व गंगा के आसपास बसे 92 कस्बे शमिल हैं।