श्रीनगर। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने एलान किया कि जम्मू कश्मीर में महिला उद्यमियों के प्रोत्साहन और उनकी आर्थिक मदद के लिए केंद्र सरकार आगामी वार्षिक बजट में एक विशेष कार्ययोजना को शामिल करने जा रही है। वित्त मंत्री ने जम्मू कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन के निदेशक को इस संदर्भ में एक व्यापक और प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस कार्ययोजना को हम अगले बजट का हिस्सा बनाएंगे।जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर दोपहर को श्रीनगर पहुंचीं वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने देर शाम शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में जम्मू कश्मीर के विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में सफलता की नयी कहानी लिख रही प्रदेश की 60 महिला उद्यमियों के साथ सीधा संवाद भी किया। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की मौजूदगी में उन्होंने महिला उद्यमियों से बातचीत करते हुए उनके मुद्दों को समझने का प्रयास किया।जम्मू कश्मीर सरकार द्वारा प्रदेश में महिला उद्यमशीलता की संस्कृति को प्रोत्साहित किए जाने के प्रयासों को सराहते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि मैं बहुत हैरान और प्रसन्न हूं कि जम्मू कश्मीर में महिला उद्यमी ऐसे क्षेत्रों में भी सफलता की कहानी लिख रही हैं, जो आज तक पुरुषों के वर्चस्व वाले माने जाते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं आज यहां आप सभी से अपील करती हूं कि आप जरूर देश के विभिन्न हिस्सों में जाएं और वहां लोगों को अपनी सफलता की कहानियों से प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर में महिला उद्यमियों के विकास के लिए हर संभव प्रयास करेगी। इस अवसर पर उपराज्यपाल ने जम्मू कश्मीर में महिला उद्यमियों के संरक्षण, प्रोत्साहन और विकास के लिए किए जा रहे कार्यों जिक्र करते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में 4.5 लाख महिलाओं पर आधारित उम्मीद योजना के तहत 54325 महिला स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं। इन समूहों को एक हजार करोड़ रुपये की वित्तीय मदद प्रदान की गई है। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों से 500 महिला उद्यमियों को चुनकर उन्हें उनके कारोबार के विस्तार के लिए साथ योजना के तहत आवश्यक प्रशिक्षण दिया जा रहा है