केंद्रीय बल के पहरे में होगी मतगणना, रिजल्ट आने के बाद विजय जुलूस निकालने पर प्रतिबंध

लखनऊ । इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की सुरक्षा-व्यवस्था में लापरवाही को लेकर एक ओर जहां विपक्ष सवाल उठा रहा है तो दूसरी ओर पुलिस-प्रशासन शांतिपूर्ण मतगणना संपन्न कराने की तैयारियों में जुटा है। खास रणनीति के तहत सभी जिलों में सुरक्षा बंदोबस्त किये जा रहे हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में भी पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा। यूपी विधानसभा के सात चरणों का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न कराने के बाद अब पुलिस के अंतिम परीक्षा मतगणना की है। यही वजह है कि डीजीपी मुख्यालय स्तर पर सभी जिलों में किये जा रहे बंदोबस्त पर सीधी नजर रखी जा रही है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि 10 मार्च को मतगणना के लिए 250 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात रहेगा। इसके अलावा 61 कंपनी पीएसी, 625 राजपत्रित पुलिस अधिकारी, 1807 निरीक्षक, 9598 उपनिरीक्षक, 11627 मुख्य आरक्षी व 48649 आरक्षी चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहेंगे।36 कंपनी केंद्रीय बल ईवीएम की सुरक्षा में तथा 214 कंपनी केंद्रीय बल मतगणना व कानून-व्यवस्था की ड्यूटी में मुस्तैद रहेगा। सभी जोन, रेंज व जिले के पुलिस अधिकारियों को मतगणना स्थल व उसके आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंधों को लेकर कड़े निर्देश दिये गये हैं। साथ ही सभी संवेदनशील क्षेत्रों में भी अतिरिक्त पुलिस बल मुस्तैद रहेगा। मतगणना के बाद कहीं भी विजय जुलूस न निकाले जाने को लेकर भी कड़े निर्देश दिये गये हैं। कहीं किसी प्रकार की गड़बड़ी करने वालों से पूरी सख्ती से निपटे जाने के निर्देश दिये गये हैं।

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