स्वामी प्रसाद तो खोजने आए थे अवसर, अब बेकार : कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 में कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वाली विधायक बेबी रानी मौर्य ने रविवार को पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को नया नाम दिया। आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बनीं बेबी रानी मौर्य ने 25 मार्च को इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में कैबिनेट मंत्री की शपथ ली थी।उत्तराखंड की राज्यपाल रहीं बेबी रानी मौर्य ने रविवार को मीडिया से कहा कि भाजपा ने हमारा लगातार सम्मान बढ़ाने का काम किया है। मैं खुद जाटव समाज से आती हूं। भाजपा ने एक दलित को आगे रखकर मेयर, राज्यपाल, कैबिनेट मंत्री और भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा ही अपने कार्यकर्ता को सम्मान दिया। उनको क्रम के अनुसार आगे भी बढ़ाया। भाजपा में बने रहने वालों का हमेशा से ही सम्मान हुआ है। बेबी रानी मौर्य ने कहा कि भाजपा ने अवसर खोजने के लिए आने वाले बहुत जल्दी ही एक्सपोज हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य इसके बड़े उदाहरण हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य को बहुजन समाज पार्टी ने लगातार बड़ा कदम दिया। समय-समय पर उनका ओहदा भी बढ़ाया, इसके बाद भी उन्होंने बसपा को छोड़ दिया। बसपा के बाद भारतीय जनता पार्टी में आने पर उनको विधानसभा का चुनाव लड़वाया गया। जीतने पर कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया। वह पार्टी में सदैव ही सम्मानजनक ओहदे पर रहे। इसके बाद भी उनका मन मचल रहा था।बेबी रानी मौर्य ने कहा विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले बड़े ही अवसरवादी स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने कुछ साथियों के साथ भाजपा को छोड़ दिया। उनके इस कृत्य से यही लगता है कि वह भाजपा में बस अवसर खोजने आए थे। भाजपा को छोड़कर समाजवादी पार्टी में अपना भविष्य तलाशने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य को क्या मिला, आप खुद देखिए। विधानसभा चुनाव हारने के बाद अब कहीं के नहीं हैं। यह वही स्वामी प्रसाद मौर्य हैं जो कि भाजपा के साथ आरएसएस को भी बर्बाद करने की बातें कर रहे थे। अब लगता है कि वह नया ठिकाना तलाशेंगे।

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