एक्शन में स्वतंत्रदेव सिंह , बोले- गांवों में रात्रि विश्राम कर योजनाएं पूरी कराएं अफसर

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में जलशक्ति विभाग का जिम्मा संभालने के बाद से मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह लगभग हर दिन अधिकारियों के साथ बैठक कर कामकाज की समीक्षा कर रहे हैं। नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि अधिकारी-कर्मचारी अपने काम से छवि बदलें। जिन जिलों में योजनाएं चल रही हैं, वहां गांवों में कैंप करें, रात्रि विश्राम कर निगरानी करें और समय से योजनाएं पूरी कराएं। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने रविवार को जल निगम सभागार में आयोजित बैठक में कहा कि हमें अथक परिश्रम से विभाग की छवि को बदलना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमें हर घर नल योजना के जरिये गरीबों के घर तक स्वच्छ पेजयल पहुंचाने का सौभाग्य दिया है। इस अवसर से चूकना नहीं चाहिए। कठिन परिश्रम से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि योजनाओं की रफ्तार और गुणवत्ता में अगर किसी तरह का रोड़ा आ रहा है तो अफसर बताएं। उसका तत्काल समाधान किया जाएगा। जलशक्ति मंत्री ने निर्देशित किया कि जल्द ही अफसरों की सूची तैयार कर लें, ताकि उन्हें योजनाओं वाले गांवों में कैंप के लिए भेजा जा सके। उन्होंने बरसात से पहले आर्सेनिक और संचारी रोगों से प्रभावित गांवों को प्राथमिकता के आधार पर लेकर स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने पर जोर दिया। बैठक में विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव, अधिशासी निदेशक ग्रामीण जलापूर्ति अखंड प्रताप सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र से सरकार ने हर घर नल से जल पहुंचाने की योजना शुरू की है। तमाम गांवों से ऐसी शिकायत आई है कि कुछ घरों में कनेक्शन लगने के बाद अधिकारी दूसरे गांव में काम शुरू कर देते थे। पहले वाले गांव में जो घर छूट जाते, उन्हें लगता कि उनके यहां अब कनेक्शन नहीं होगा। वह विभाग में संपर्क करते फिरते। जलशक्ति मंत्री ने निर्देश दिया है कि जिसके घर नल कनेक्शन करने जा रहे हों, उसके मोबाइल पर आडियो संदेश पहुंचे कि बधाई हो, आपके घर आज से नल से जलापूर्ति होगी।इसके अलावा जिनकी बारी अगले दो-चार दिन बाद जब भी आनी हो, तो उसकी सूचना भी आडियो संदेश से दी जाए, ताकि उन्हें परेशान न होना पड़े। उन्होंने कहा कि संदेश पहुंचने के बाद भी पानी न पहुंचा तो जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी।

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