अग्निवीरों के लिए अगस्त में 80 भर्ती रैलियां होंगी

सफल उम्मीदवार 16 अक्तूबर को लिखित परीक्षा में बैठेंगे

सेना में पहले चरण में 25 हजार अग्निवीरों की भर्ती के लिए अगस्त के दूसरे सप्ताह में देशभर में 80 रैलियों का आयोजन किया जाएगा। सैन्य मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव लेफ्टनेंट जनरल अनिल पुरी ने तीनों सेनाओं के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। पुरी ने कहा कि सफल उम्मीदवार 16 अक्तूबर को आयोजित होने वाली लिखित परीक्षा में बैठेंगे। दिसंबर में चुने गए 25 हजार अग्निवीर प्रशिक्षण के लिए जाएंगे। शेष 15 हजार के लिए लिखित टेस्ट 13 नवंबर को होगा तथा फरवरी में यह बैच ट्रैनिंग के लिए पहुंचेगा। इस दौरान नौसेना एवं वायुसेना ने भी भर्ती प्रक्रिया तेज किए जाने की जानकारी दी। नौसेना ने कहा कि 21 नवंबर को अग्निवीरों का पहला बैच प्रशिक्षण के लिए पहुंचेगा जबकि वायुसेना के अग्निवीरों का प्रशिक्षण भी दिसंबर में आरंभ हो जाएगा।

रेजीमेंट व्यवस्था भी कायम रहेगी
पुरी ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया पहले की भांति होगी तथा मानक भी पहले जैसे ही रहेंगे। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। सेना में पहले भी भांति पारंपरिक रेजीमेंट व्यवस्था भी कायम रहेगी। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत जरूरी सुधार है।
सत्यापन भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा
पुरी ने कहा कि अग्निपथ के सभी आवेदकों को शपथ पत्र देना होगा कि वे किसी भी हिंसा का हिस्सा नहीं थे। सशस्त्र बलों में आगजनी और हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। पुलिस सत्यापन हमेशा भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा रहा है।
कार्रवाई का अधिकार
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कमांडिग अधिकारी को अधिकार होगा कि वह खराब प्रदशर्न करने वाले अग्निवीर के खिलाफ कार्रवाई करे। छह महीने के प्रशिक्षण के बाद जो अग्निवीर सेना के साथ सामंजस्य नहीं बिठा पाएंगे, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने में भी देरी नहीं की जाएगी। योजना का समर्थन करते हुए एक अधिकारी ने कहा कि अग्निपथ से नुकसान नहीं बल्कि सेना की युद्धक क्षमताओं में सुधार होगा।वीरता पुरस्कार के लिए पात्र
अधिकारियों ने कहा कि योजना के तहत भर्ती किए गए अग्निवीर वीरता पुरस्कार के लिए पात्र होंगे। इस योजना को शुरू किया जा रहा है ताकि सशस्त्र बल सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को आकर्षित कर सकें। हाल में अग्निपथ योजना पर विश्वसनीय जानकारी ने इस पहल के संबंध में भ्रम को दूर कर दिया है। सैनिक बनने की तैयारी कर रहे युवा कई जगहों पर अभ्यास में जुट गए हैं। अब सैनिकों का भी युवा स्वरूप होगा। भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं होगा।

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