तालिबान और पाकिस्‍तान को झटका, पड़ोसी ताजिकिस्तान ने इस मामले में अपनाया कड़ा रुख

नई दिल्‍ली। ताजिकिस्तान (Tajikistan) दौरे पर गए पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को तब झटका लगा, जब उनकी मौजूदगी में अफग़ानिस्तान (Afghanistan) के पड़ोसी मुल्क ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन ने कड़े शब्दों में कहा कि वो अफग़ानिस्तान में ‘दमन’ से बनी किसी सरकार को मान्यता नहीं देंगे. दुशांबे में राष्ट्रपति भवन में हुई बैठक में राष्ट्रपति रहमोन ने आरोप लगाया कि तालिबान (Taliban) काबुल में अन्य राजनीतिक ताकतों की व्यापक भागीदारी के साथ एक अंतरिम सरकार बनाने के अपने पिछले वादों से हट रहा है और एक इस्लामी अमीरात स्थापित करने की तैयारी कर रहा है.

रहमोन ने कहा कि ताजिकिस्तान किसी भी ऐसी सरकार को मान्यता नहीं देगा, जो उत्पीड़न के माध्यम से बनी है और अल्पसंख्यकों समेत सभी अफग़ान नागरिकों की स्थिति को ध्यान में रखकर न बनी हो. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अफगानिस्तान की भावी सरकार में ताजिकों का एक महत्वपूर्ण स्थान हो. अफग़ानिस्तान में ताजिक समुदाय की जनसंख्या 46 फीसदी से अधिक है. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में ताजिकों की भागीदारी के साथ एक समावेशी सरकार स्थापित करना आवश्यक है.

ताजिकिस्तान ने अफग़ानिस्तान के नागरिकों, विशेष रूप से ताजिक, उज्बेक और अन्य अल्पसंख्यकों की हत्या, लूटपाट और उत्पीड़न की कड़ी निंदा की. ताजिकिस्तान के संबंध रूस से बहुत घनिष्ठ हैं, ऐसे में ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति का यह बयान चौंकाने वाला है, क्योंकि खुद रूस के राजदूत तालिबान के नेताओं से नजदीकियां बढ़ा रहे हैं.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री को कड़ा संदेश
कुरैशी से मुलाकात के दौरान ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति का बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि तालिबान और पाकिस्तान साथ मिले हुए हैं और अफग़ानिस्तान में सरकार बनाने को लेकर पाकिस्तान तालिबान की मदद कर रहा है. बता दें कि पाकिस्तान हमेशा से ही तालिबान का पुरजोर समर्थक रहा है. यहां तक कि खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अफगान में तालिबान राज का स्वागत किया. इमरान ने तालिबान की वापसी को गुलामी की जंजीरों को तोड़ने वाला तक बता दिया था.

इमरान खान के दौरे से पहले ताजिकिस्तान का बयान सामने आया
इस मुलाकात को लेकर पाक विदेश मंत्रालय के औपचारिक बयान में ताजिक राष्ट्रपति के ‘दमन वाली सरकार’ वाले बयान का कहीं ज़िक्र नहीं है. पाक विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि विदेश मंत्री कुरैशी ने अफगानिस्तान के ताजा हालात पर पाकिस्तान का दृष्टिकोण साझा किया. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान और ताजिकिस्तान को आर्थिक सहयोग और कनेक्टिविटी बढ़ाने के मामले में एक शांतिपूर्ण और स्थिर अफगानिस्तान से लाभ होगा.

ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति रहमोन का यह बयान उस वक्त सामने आया है, जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अगले महीने दुशांबे जाने वाले हैं. अगले महीने ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में एससीओ सम्मेलन का आयोजन किया गया है, जिसमें इमरान खान शामिल होंगे.

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