आतंकी संगठन आईएसआईएस-के निशाने पर भारत के नेता और धार्मिक स्थल

नई दिल्ली। अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन आईएसआईएस खुरासान भारत में बड़ा धमाका कर सकता है। खुफिया एजेंसियों की ओर से हमले का अलर्ट जारी किया गया है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक आईएसआईएस-के के प्रशिक्षित आतंकी भारत में धमाके कर सकते हैं। आतंकियों के निशाने पर हिन्दू मंदिर, नेता और भीड़भाड़ वाली जगह को निशाना बना सकते हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार अफगान-पाक में मौजूद आतंकी संगठन के आलाकमान ने भारत में मौजूद अपने स्लीपर सेल से संपर्क किया है। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि भारत में मौजूद आतंकियों को आईइडी और छोटे हथियारों के लिए फंड का भरोसा दिया है। कश्मीर और बैंगलोर के आतंकी गुट के पकड़े गए सदस्यों के जरिये ये खुलासा हुआ है।

कहा जा रहा है पकड़े गए आतंकी गुट के सदस्य अफगानिस्तान और पाकिस्तान के ऑपरेटर के संपर्क में थे। खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआईएस खुरासान के लोग भारत में भीड़भाड़ वाली जगहों के अलावा विदेशियों को भी निशाना बना सकते हैं। आईएसआईएस-के का तालमेल पाकिस्तान के कई आतंकी संगठनों से है और उसकी कोशिश है कि किसी भी तरीके से किसी बड़े हमले को अंजाम दिया जाए।

आतंकी संगठन में शामिल हुए 25 भारतीय
एक दिन पहले ही अफगान में 25 भारतीयों के आईएसआईएस में शामिल होने की खबर सामने आई थी। ये सभी भारतीय अफगानिस्तान की जेलों में बंद थे लेकिन हाल ही में जेल से निकल गए हैं। जानकारी के मुताबिक, आईएसआईएस-के इन सभी लोगों का इस्तेमाल भारत में आतंक फैलाने के लिए भी कर सकता है। हाल ही में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान से जुड़े केरल के रहने वाले 14 लोगों का भी पता चला था, जो काबुल में हमले की योजना बनाने में शामिल थे।

चर्चा में खुरासान मॉड्यूल
इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान के नक्शे में भारत का गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और जम्मू कश्मीर आता है। वहीं इसमें आधा चीन, पाकिस्तान, ईरान, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान आता है। मध्य प्रदेश में ट्रेन ब्लास्ट की कोशशि और यूपी की राजधानी लखनऊ में हुए एक एनकाउंटर के बाद आतंकी संगठन आईएसआईएस के खुरासान मॉड्यूल का नाम अचानक चर्चा में आया था। इस आतंकी संगठन की जम्मू-कश्मीर में गहरी पैठ बताई जाती है। यह आतंकी संगठन लगातार भारत में गजवा-ए-हिंद एजेंडे के तहत युवाओं को आतंकी बनाने के प्रयास में लगा है।

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