प्रयागराज से प्रतापगढ़ तक सटोरिए सक्रिय
प्रयागराज, संवाददाता। हर बार की तरह इस बार भी आइपीएल के पहले मैच से ही करोड़ों रुपये की सट्टेबाजी शुरू हो चुकी है। आइपीएल भले दुबई में चल रहा है, लेकिन सटोरिए उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जिलों में सट्टा लगाने का काम शुरू हो चूका है वही उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से लेकर प्रतापगढ़ और कौशांबी में भी हर गेंद, रन, विकेट और जीत-हार पर दांव लगा रहे हैं। होटल के कमरों से लेकर किराए के मकान तक में अड्डे हैं जिनकी भनक पुलिस को भी है, लेकिन गिरफ्तारी से ज्यादा जोर अपना हिस्सा लेने पर दिया जा रहा है आइपीएल के मैच में सट्टा लगाने का काम प्रयागराज और प्रतापगढ़ में एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर किया जा रहा है। सट्टेबाज भी आये दिन अपना ठिकाना बदलते भी रहते हैं। सट्टा लगाने वाले को लोग कोड में डब्बा बोलते हैं। सब काम मोबाइल पर होता है। सट्टे का हिसाब रोज दिन में 12 बजे तक कर दिया जाता है। अगर सट्टा लगाने वाला जीतता है तो उसे 12 बजे तक पैसा मिल जाता है और अगर वह हारता है तो उसे भी सट्टा खिलाने वाले को दोपहर 12 बजे तक पैसा हर हाल में दे देना पड़ता है। 20 दिन में आई पी एल मैच में करोड़ों रुपये का वारा-न्यारा हो चुका है। आइपीएल मैच में सट्टे का अवैध कारोबार 15 अक्टूबर तक चलना है क्योंकि फाइनल मैच 15 अक्टूबर को ही होना है।