लखनऊ । लखनऊ पुलिस ने सरकार द्वारा संचालित होटल के वर्तमान और पूर्व प्रबंधकों सहित चार लोगों के खिलाफ दो कर्मचारियों को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। होटल के बार इंचार्ज अशोक पाठक ने अपने इंदिरा नगर स्थित आवास पर आत्महत्या कर ली है, वहीं होटल के वेटर सुरेश पाल ने शनिवार को पाठक की आत्महत्या से बमुश्किल छह घंटे पहले आत्महत्या कर ली थी। वेटर की आत्महत्या के कारण का पता नहीं चल सका है। पाठक ने प्रमुख सचिव गृह और लखनऊ पुलिस आयुक्त के लिए सुसाइड नोट छोड़े है, जिसमें दावा किया गया है कि उन्हें उनके सहयोगियों द्वारा एक साजिश में फंसाया जा रहा था, जिसके कारण उन्हें जेल भी हो सकती थी। मामले की प्राथमिकी पाठक की पत्नी ममता पाठक की शिकायत पर दर्ज की गई है, जिन्होंने शिकायत में वर्तमान प्रबंधक संगीत गर्ग, पूर्व प्रबंधक रतींद्र पांडे, नीरज पाहूजा और अक्षय नागर का नाम दर्ज कराया है।उन्होंने आरोप लगाया है कि गर्ग और उनके सहयोगी सरकारी उपक्रम को किसी निजी कंपनी को सौंपने के लिए तैयार थे, लेकिन पाठक इसके सख्त खिलाफ थे, जिसके बाद गर्ग और अन्य ने पाठक पर दबाव बनाना शुरु कर दिया था।आरोप है कि गर्ग, पाठक से फिरौती के तौर पर एक लाख रुपये की मांग कर रहा था और न मानने पर उसे कुछ मामलों में फंसाने की धमकी भी दी थी।पाठक पिछले कुछ दिनों से अत्यधिक मानसिक दबाव में थे। वह नवरात्रि का व्रत कर रहे थे। उन्होंने तीन दिनों से कुछ भी नहीं खाया था। उनकी पत्नी ने आरोप लगाया कि अक्षय नागर और नीरज पाहूजा के साथ मिलकर पूर्व प्रबंधक रतींद्र पांडे ने उनकी वेतन वृद्धि रोक दी थी और कुछ मामलों में उन्हें फंसाने की धमकी दी थी।पाठक की पत्नी बताया कि जब वह शनिवार को स्कूल के लिए जा रही थी, तब उनके पति पाठक रो रहे थे। जब मैंने उनसे वजह पूछी तो उन्होंने बताया कि गर्ग और अन्य लोग उसे एक वेटर की आत्महत्या के मामले में फंस रहे है। वह एक ईमानदार और स्वाभिमानी व्यक्ति थे। दोपहर करीब दो बजे उन्होंने घर में खुद को गोली मार ली।पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, एक व्यक्ति को जान से मारने की धमकी देकर रंगदारी वसूलने का मामला दर्ज किया है।मामले में आगे की जांच चल रही है।