नयी दिल्ली: ओवैसी ने जस्टिस जीवन लाल कपूर की जांच का हवाला देते हुए कहा था कि वी डी सावरकर महात्मा गांधी की हत्या में शामिल थे।अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ आपराधिक अवमानना की कार्यवाही शुरू करने के लिए अपनी सहमति देने से इनकार कर दिया है। बता दें कि ओवैसी ने जस्टिस जीवन लाल कपूर की जांच का हवाला देते हुए कहा था कि वी डी सावरकर महात्मा गांधी की हत्या में शामिल थे।
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ओवैसी के इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया था। थिंक टैंक ने इस मामले में सबसे पहले ओवैसी को 15 अक्तूबर को एक पत्र लिखा था जिसमें कहा गया था कि देश के उच्चतम न्यायालय के स्पष्ट कथन के बाद, यह कहने की गुंजाइश कहां है कि सावरकर ने गांधी जी की हत्या की थी, जैसा कि आपने कहा है? लेकिन ओवैसी ने जब इस पत्र जवाब नहीं दिया तो थिंक टैंक ने 23 अक्तूबर को एटॉर्नी जेनेरल वेणुगोपाल पत्र लिखा और कहा कि इसमें ओवैसी को संबोधित हमारे 15 अक्तूबर, 2021 के पत्र का संदर्भ है। उम्मीद की जा रही थी कि वह सीधे स्पष्टीकरण जारी करेंगे। दुर्भाग्य से, उक्त पत्र को उनके द्वारा स्वीकार भी नहीं किया गया है। इसलिए हम इस विषय पर ओवैसी की टिप्पणी के लिए सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना की कार्यवाही शुरू करने के लिए आपकी सहमति चाहते हैं।