प्रयागराज । पड़ोसी जनपद कौशांबी में पश्चिम शरीरा इलाके के गोराजू गांव में 22 साल के दुर्गेश सिंह कुंवर सिंह का शव शुक्रवार सुबह मकान के भीतर फंदे से लटका मिला। उसके दोनों हाथ पीछे से बंधे थे। इस वजह से इसे मारने के बाद शव फांसी पर लटकाने की घटना माना गया है। रात में दुर्गेश के पिता कुंवर सिंह पत्नी के साथ नलकूप के कमरे में सोए थे। छोटा पुत्र 20 साल का पवन घऱ में था जबकि उससे बड़ा दुर्गेश घर के सामने चक्की वाले कमरे में सोया था। दुर्गेश रोज सुबह उठकर टहलने जाता था। शुक्रवार को वह देर तक बाहर नहीं निकला तो पवन उसे जगाने गया दरवाजे में कुंडी बाहर से लगी होने से उसे शक हुआ। कुंडी खोलने पर अंदर दुर्गेश का शव फंदे से लटका मिला। पवन की चीख-पुकार सुनकर घर-गांव वाले आ गए। माता-पिता ने आकर शव लटका देखा तो वे भी रोने-कलपने लगे। गांव वाले जुटे और भीड़ लग गई। फिर पश्चिम शरीरा थाने में खबर दी गई तो पुलिस पहुंची।

चौकी प्रभारी चंदन सिंह ने प्रधान की मौजूदगी में शव को फंदे से उतारा। परिवार के लोगों का कहना है कि रात में विरोधियों ने दुर्गेश को गला घोंटकर मारने के बाद उसके हाथ पीछे बांधे और शव को रस्सी के फंदे से लटकाने के बाद बाहर से सिटकनी लगाकर भाग गए। परिस्थितियों को देखते हुए पुलिस भी यही मान रही है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पीएम रिपोर्ट मिलने पर मौत का सही कारण सामने आएगा। जवान बेटे की मौत से परिवार और रिश्ते के लोग स्तब्ध हैं तो गांव वाले भी सहमे हुए हैं। अब पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतजार है। और यह भी पता किया जा रहा है कि अगर कत्ल हुआ तो मारा किसने।