प्रयागराज। विधानसभा चुनाव में अवैध शराब की खपत रोकने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। दस वर्ष तक के अवैध शराब माफिया के बारे में पता लगाया जा रहा है। इनकी सूची बनाकर इनके बारे में हर जानकारी जुटाई जा रही है। इसके लिए दस टीमों को लगाया गया है, जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में काम करना शुरू कर दिया है।कोई भी चुनाव हो, हमेशा अवैध शराब माफिया पुलिस के लिए सिरदर्द बनते हैं। पिछले वर्ष हुए पंचायत चुनाव में भी ऐसा ही हुआ था। चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद हंडिया, फूलपुर और नवाबगंज क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी। बाद में पुलिस टीमों ने औपचारिकता पूरी करने के लिए चंद शराब माफिया को पकड़ा था। पूछताछ में पता चला था कि अवैध शराब की यह खेप पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ से लायी जाती थी। गैंग के कई सदस्य यहां के भी रहने वाले थे।अब विधानसभा चुनाव सामने है, ऐसे में एक बार फिर अवैध शराब के कारोबार को रोकना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। इसके लिए एसएसपी अजय कुमार ने दस टीमें बनाई हैं। प्रत्येक टीम में सात-सात सदस्य हैं, जिसमें छह सिपाही और एक दारोगा हैं। एसपी क्राइम को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही सभी थाना प्रभारियों और सीओ को भी अवैध शराब की खेप को रोकने के निर्देश दिए गए हैं। एसएसपी ने जो दस टीमें बनाई हैं, उसे निर्देश दिया गया है कि वह अवैध शराब माफिया के दस वर्ष तक के रिकार्ड खंगाले। पता लगाया जाए कि ये जेल में हैं या बाहर। क्या काम कर रहे हैं। इनके बारे में पूरी जानकारी एकत्र की जाए। जिस पर भी संदेह हो, तत्काल उससे पूछताछ की जाए।