गाजियाबाद, लायक हुसैन। लोनी विधानसभा में चुनाव की सरगर्मीं तब देखने को मिली जब लोनी की वर्तमान चेयरमैन रंजीता धामा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में आईं मैदान में, बात यहीं पर खत्म नहीं होती चूंकि भाजपा से टिकट की दावेदारी करने के बाद जब रिजल्ट आया जीरो तब भी करती रहीं इंतजार कि आएगा किसी नेता का फोन परंतु यहां पर भी रिजल्ट रहा जीरो, कहते हैं न कि मरता क्या नहीं करता और ठीक वही हुआ रंजीता धामा के साथ,आज हमारे संवाददाता से बात करते हुए लोनी विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रंजीता धामा ने कहा कि मैं अपने मान और सम्मान की लड़ाई लड़ रही हूं उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस लडाई को लोनी की जनता अपनी लड़ाई समझ रही है और जनता का आशीर्वाद भी उन्हें प्राप्त हो रहा है, रंजीता धामा की बात करें उनका कहना है कि पिछले चुनाव में नन्द किशोर गुर्जर को विधायक बनाने में सबसे अहम भूमिका उनके पति मनोज धामा ने निभाई थी और ऐसा क्या हुआ कि विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने हमारे साथ घात किया उन्होंने इशारों में ही समझा दिया कि इस बार वह भाजपा का विरोध कर रही हैं और भाजपा प्रत्याशी नन्द किशोर गुर्जर को दोबारा मौका नहीं मिलेगा इसी के साथ उन्होंने कहा कि यह भी हकीकत है कि प्रदेश में सरकार भी इस बार भाजपा की नहीं होगी। उन्होंने अपने अंदाज में साफगोई के साथ कहा कि सरकार चाहे जिस किसी की भी बने परंतु लोनी में अब विधायक के रूप में जनता अपनी बेटी अपनी बहन रंजीता धामा को बनाने का भरसक प्रयास कर रही है, रंजीता धामा ने कहा कि लोनी में मेरे पति मनोज धामा ने हर एक जनमानस का बेटा बनने का काम किया है और लोनी नगर पालिका में मैं चेयरमैन का चुनाव जीती परंतु विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने मेरे पति मनोज धामा को झूठे केस में जेल भिजवाने का काम किया है जिसे लोनी की जनता भलि भांति समझ रही है और इसी का खामियाजा भुगतना पड़ेगा चूंकि लोग अब जागरूक हो गए हैं कि इस बार विधायक लोनी में कोई और हो यहीं से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जनता क्या चाहती है।