प्रधानमंत्री मोदी ने कहा जैसा कि भारत का मूल स्वभाव रहा है, सैकड़ों वर्षों से हमारा यहूदी समुदाय भारतीय समाज में बिना किसी भेदभाव के एक सौहार्दपूर्ण वातावरण में रहा है और पनपा है तथा उसने हमारी विकास यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा आज जब दुनिया में महत्वपूर्ण परिवर्तन हो रहे हैं, भारत इजराइल संबंधों का महत्व और बढ़ गया है। आपसी सहयोग के लिए नए लक्ष्य रखने का इससे अच्छा अवसर और क्या हो सकता है, जब भारत अपनी स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ इस वर्ष मना रहा है और इजराइल अगले साल अपनी स्वतंत्रता की 50 वीं वर्षगांठ मनाने वाला है।प्रधानमंत्री ने मोदी ने कहा आज ही के दिन दोनों देशों के बीच एक नए अध्याय की शुरुआत हुई थी। भले ही अध्याय नया था, लेकिन हमारे दोनों देशों का इतिहास बहुत पुराना है।इस अवसर पर विदेश मंत्री डॉ० एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा नमस्ते, शालोम टू फ्रेंडशिप। जैसा कि हम पूर्ण राजनयिक संबंधों की स्थापना के 30 साल पूरे कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने दोनों देशों के सम्बन्धों को लेकर इजराइल के विदेश मंत्री यायर लापिड और खुद का लिखा एक संयुक्त लेख भी साझा किया।दोनों देशों के झंडे के रंग में नहाया इज़राइल का मसाद किला।कूटनीतिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ को लेकर इज़राइल में प्रतिष्ठित मसादा किला, मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया और नई दिल्ली में तीन मूर्ति चौक को दोनों देशों के राष्ट्र ध्वज के रंगों से की रोशनी से सजाया भी गया। इस बारे में इजराइल स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर जानकारी दी है।बता दें कि 30 साल पहले आज ही के दिन भारत और इजराइल के बीच राजनयिक संबंध पूर्ण रूप से स्थापित हुए थे। भारत ने 17 सितंबर 1950 को इजराइल को मान्यता दी थी, लेकिन देशों के बीच पूर्ण राजनयिक संबंध 29 जनवरी 1992 को स्थापित हुआ।
(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)