लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मैनपुरी के करहल से प्रत्याशी का सस्पेंस समाप्त कर दिया है। केन्द्र सरकार में मंत्री एसपी सिंह बघेल ने सोमवार को मैनपुरी कलक्ट्रेट में करहल से भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। इससे पहले एसपी सिंह बघेल प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे एसपी सिंह बघेल से इस्तीफा देकर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा और आगरा से सांसद होकर संसद भवन तक पहुंचे। लोकसभा में सोमवार को पहले चरण की बजट की बहस में भाग लेकर मैनपुरी पहुंचे प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने करहल से अखिलेश यादव के खिलाफ भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा अपर्णा बिष्ट यादव को मैदान में उतारेगी। करहल विधानसभा सीट से सपा मुखिया अखिलेश यादव को टक्कर देने के लिए भाजपा ने सपा संरक्षक मुलायम सिहं यादव के राजनीतिक शिष्य रहे केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल को चुनाव मैदान में उतारा है। बघेल ने सोमवार को अचानक मैनपुरी पहुंचकर नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया। उत्तर प्रदेश पुलिस में उपनिरीक्षक रहे एसपी सिंह बघेल 1989 में मुलायम सिहं के मुख्यमंत्री बनने पर उनकी सुरक्षा में तैनात हुए थे। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के निवासी सांसद प्रो. बघेल खादी से पहले खाकी भी पहन चुके हैं। लंबे समय तक सब इंस्पेक्टर भी रहे और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की सुरक्षा में तैनात रहे।