रेलयात्रियों को वंदेभारत वर्जन टू की मिलेगी सौगात, अप्रैल से टेस्टिंग और अगस्त से शुरू होगा प्रोडक्शन

अंबाला । रेल यात्रियोंं को बहुत जल्‍द वंदे भारत टू ट्रेन की सौगात मिलेगी। देश में ही बनी वंदेभारत भारत ट्रेन के वर्जन टू का डिजाइन पूरा हो चुका है। अप्रैल से इसकी टेस्टिं होगी और अगस्त अथवा सितंबर से उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 400 नई वंदेभारत ट्रेन दौड़ाने की घोषणा की है। हालांकि अगले साल तक 88 वंदेभारत ट्रेनें नई पटरी पर उतारने की योजना है। इसका फायदा हरियाणा, दिल्ली, पंजाब और जम्मू कश्मीर को मिल सकता है। ऐसे में नई दिल्ली से चंडीगढ़, नई दिल्ली से अमृतसर और नई दिल्ली से ही कटरा के बीच वंदेभारत दौड़ाई जा सकती है। मौजूदा समय में नई दिल्ली से कटरा के बीच एक वंदेभारत एक्सप्रेस चल रही है। इसके सफल संचालन को देखते हुए कुछ और ट्रेनों को इन रूट पर उतारा जा सकता है। बता दें कि देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चली थी। इसके बाद नई दिल्ली से कटरा के बीच भी इस ट्रेन को दौड़ाया गया। चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में ट्रेन बनकर तैयार हुई थी। अगस्त तक 75 ट्रेनें बनाने का लक्ष्य है।फिलहाल देश भर में 58 सुपरक्रिटिकल (अति महत्वपूर्ण) व 68 क्रिटिकल (महत्वपूर्ण) प्रोजेक्ट ऐसे हैं जिनको मार्च 2024 तक पूरा किया जाएगा। इसी तरह 189 नई रेल लाइन तथा 1471 किलोमीटर डबल लाइन बिछाई जानी हैं। ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए 23,800 किलोमीटर तक विद्युतीकरण दिसंबर 2023 तक पूरा किया जाएगा। मालगाडि़यों के लिए डेडिकेटेड रेल फ्रेट कारिडोर बनाया जा रहा है, जिसके बाद सवारी ट्रेनों की संख्या में इजाफा होगा। लुधियाना से कोलकाता तक रेल फ्रेट कारिडोर का काम तेज गति से चल रहा है। दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई सहित कई शहरों को हाई स्पीड रेल कारिडोर से जोड़ा जा सकता है। छह हाई स्पीड रेल कारिडोर को हरी झंडी मिल चुकी है। दिल्ली/जयपुर/ऊधमपुर/अहमदाबाद (886 किमी), मुंबई/नासिक/नागपुर (753 किमी), मुंबई/पूना/अहमदाबाद (711 किमी), चेन्नई/बेंगलुरु/मैसूर (435 किमी) तथा दिल्ली/चंडीगढ़/लुधियाना/अमृतसर (459 किमी) हाई स्पीड रेल कारिडोर शामिल हैं। मुंबई/अहमदाबाद कारिडोर पर काम चल रहा है। इसे 2023 तक पूरा होने की संभावना है।

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