लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने रविवार रात अपने प्रत्याशियों की एक और सूची जारी कर दी है। भाजपा ने वही बीस प्रतिशत टिकटों में बदलाव के फार्मूले को आगे बढ़ाते हुए 45 और प्रत्याशियों की घोषणा की है। अमेठी से संजय सिंह को उनकी पहली पत्नी व विधायक गरिमा सिंह के स्थान पर मैदान में उतारा है तो पति-पत्नी के बीच खींचतान में लखनऊ की सरोजनीनगर से किनारे की गईं मंत्री स्वाति सिंह के पति दयाशंकर सिंह को पार्टी ने बलिया नगर से टिकट थमा दिया है। इस सीट से विधायक व योगी सरकार के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को अब बैरिया से उम्मीदवार बनाया गया है। बलिया के बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह का टिकट कट गया है। इस सूची में भाजपा ने नौ विधायकों के टिकट बदले हैं। भाजपा के प्रत्याशियों की सूची में सात महिलाए भी हैं।भाजपा ने रविवार रात को 45 प्रत्याशियों की सूची जारी की, जिसमें पांचवें, छठवें और सावतें चरण की सीटें हैं, जिनमें अधिकतर सीटें पूर्वांचल की हैं। इनमें पांच मंत्रियों के क्षेत्र थे। सभी पर फिर से भरोसा जताया गया है। हालांकि, आनंद स्वरूप शुक्ला की सीट बदल दी गई है। उनकी सीट से पार्टी दयाशंकर सिंह को उतारा है, जो कि अपनी पत्नी, योगी सरकार की मंत्री स्वाति सिंह से प्रतिस्पर्धा में लखनऊ के सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे थे। स्वाति का टिकट काटकर जब भाजपा ने राजेश्वर सिंह को वहां प्रत्याशी बना दिया तो दयाशंकर ने बलिया नगर सीट पर दावेदारी कर दी थी।विवादित बयान देते रहे विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह का टिकट काटकर आनंद स्वरूप को इस सीट से प्रत्याशी बनाया है। इसी तरह विधायक गरिमा सिंह के बदले उनके पति संजय सिंह को अमेठी से मैदान में उतारा गया है। वहीं, गंभीर आरोपों में मुकदमा झेल रहे विधायक संजय प्रताप जायसवाल के बदले उनकी पत्नी संगीता प्रताप जायसवाल पर भरोसा जताया है। भाजपा छोड़ सपा में गए मंत्री दारा सिंह चौहान की खाली सीट पर रामविलास चौहान को मौका मिला है। विधायक अरुणकांत का मामला सपा की रणनीति में फंस गया। सपा ने उनके पिता रमाकांत यादव को प्रत्याशी बना दिया, जिसके चलते भाजपा ने फूलपुर पवई से रामसूरत राजभर को मैदान में उतारा है। इस तरह भाजपा अब तक कुल 370 प्रत्याशी घोषित कर चुकी है, जबकि गठबंधन में शामिल अपना दल एस के 13 और निषाद पार्टी के सात उम्मीद घोषित हो चुके हैं।