औरैया । औरैया की बिधूना विधानसभा क्षेत्र में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में जनता धन गुर्गे और चाचा खा जाते थे और उससे पहले हाथी खा जाता था, उसका इतना बड़ा पेट जो था। 2017 से 2022तक डबल इंजन की सरकार ने सब बदल दिया है और माफिया और गुंडागर्दी पर लगाम लगाई और विकास कराया। आचार्य संहिता लागू होने से पहले प्रदेश के सभी जेसीबी और बुलडोजर सही करवाने के लिए कहा था क्योंकि 10 मार्च के बाद ‘गर्मी वालों’ को सही करना है।फर्रूखाबाद में जनसभा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ औरैया की बिधूना विधासभा क्षेत्र में पहुंचे। यहां पर उन्होंने कहा कि 2007 से बसपा, 2012 से सपा और 2017 से 2022 तक डबल इंजन की सरकार देखी है। पूर्व की सरकारों में गुंडागर्दी होती थी, अराजकता फैलती थी और महीनों कर्फ्यू रहने से जनजीवन अस्त व्यस्त रहता था। लेकिन 2017 के बाद सब बदला.. और आगे भी बदलेगा। कुछ लोगों को विकास अच्छा नहीं लग रहा है, बहन-बेटियों की सुरक्षा अच्छी नहीं लगती है।पिछली सरकारें प्रदेश में शोषण व अराजकता रहती थी। 2017 के पहले की सरकार ने मकान दिए नहीं। डबल इंजन की सरकार ने 2 करोड़ 61 लाख इज्जतघर, 1 करोड़ 47 लाख बिजली कनेक्शन, एक लाख 56 हजार गैस कनेक्शन, 15 करोड़ लोगों को फ्री राशन उपलब्ध करा रहे हैं। इससे पहले सपा के गुर्गे व चाचा खा जाते थे और उससे पहले बसपा में बहनजी का हाथी खा जाता था, उसका इतना बड़ा पेट था। उन्होंने कहा कि हम किसी को छेड़ते नहीं है, यदि किसी ने बहन बेटी या दंगा-फसाद का काम या व्यापारी को छेड़ने का काम करेगा तो उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई करेंगे कि कई पीढ़ियां दंगा करने के लिए सोचेंगी। आचार्य संहिता लागू होने से पहले प्रदेश की सभी जेसीबी व बुलडोजर सही करवाने के लिए कहा था क्योंकि 10 मार्च के बाद ‘गर्मी वालों’ को सही करना है।उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना की महामारी फैली है। अमेरिका और रूस में बहुत मौतें हुई लेकिन भारत में प्रधानमंत्री ने रामबाण के रूप में फ्री वैक्सीन दी। मारने वाले से बड़ा बचाने वाला बड़ा होता है, भारतीय जनता पार्टी ने सभी को बिना भेदभाव के वैक्सीन दी है। जितने लोग बीमारी से मरते उससे कई गुना भूख से मौतें होती थीं। डबल इंजन की सरकार ने फ्री में राशन दो बार माह में दिया। कहा, औरैया में मेडिकल कालेज बना रहे हैं ताकि यहां के लोगों को बाहर न जाना पड़े।