ममता बनर्जी बोलीं, रामपुरहाट की घटना के पीछे कोई साजिश. सीबीआइ जांच पर एतराज नहीं

सिलीगुड़ी। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख व राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने पांच दिवसीय उत्तर बंगाल दौरे पर रविवार को सिलीगुड़ी पहुंची। सिलीगुड़ी के गोसाईपुर की जनसभा में रामपुरहाट कांड को लेकर विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि रामपुरहाट कांड में दोनों पक्ष के लोग टीएमसी के थे। हत्या को कभी सही नहीं ठहराया जा सकता है। हत्या होती है। वह खुद भी चाहती है कि रामपुरहाट मामले का सच सामने आए। राज्य सरकार की ओर से गठित एसआइटी बेहतर काम कर रही थी, लेकिन मामले की जांच सीबीआइ के हाथों में दे दी गई। उन्होंने कहा कि सीबीआइ की जांच से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। सीबीआइ जांच करें, लेकिन कुछ और ना करें। उन्होंने कहा कि सीबीआइ का पिछला रिकार्ड संतोषजनक नहीं है। चाहे वह शांत विश्व भारती के नोबेल पुरस्कार की चोरी का मामला हो, चाहे वह नंदीग्राम हत्याकांड हो या सिंगुर की तापसी मल्लिक हत्याकांड की जांच हो। सभी की जांच सीबीआइ करती रही है, लेकिन कभी भी सीबीआइ किसी निर्णय तक नहीं पहुंच सकी। उन्होंने कांग्रेस, बीजेपी तथा माकपा पर निशाना साधते हुए कहा कि विरोधी पार्टियां मामला को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करने का कार्य कर रही हैं। उनके पास कोई समाधान नहीं है। बस मामला को हवा देने का काम उनके द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रामपुरहाट कांड एक बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। इसे कराया गया है। उन्होंने कहा कि एक समय वह भी विरोधी दल नेत्री थी, लेकिन कभी भी उन्होंने बतौर विरोधी दल की नेत्री के रूप राज्य में दंगा कराने या राज्य को अशांत करने का काम नहीं किया। आज जब तृणमूल कांग्रेस सरकार बीरभूम में उद्योग धंधा स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है तो विरोधियों के मन में हिंसा हो रही है। वह नहीं चाहते हैं कि राज्य के लोगों को रोजगार मिले। उन्होंने यह भी कहा कि रामपुरहाट मामले में अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उसमें तृणमूल कांग्रेस का ब्लाक सभापति भी गिरफ्तार हुआ है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभा मंच से साफ तौर पर पुलिस प्रशासन को सख्त लहजे में आदेश देते हुए कहा कि पुलिस को सतर्क रहना होगा ।किसी भी प्रकार की गड़बड़ी फैलने से रोकना होगा ।उन्होंने कहा कि जनता भी इसमें मददगार की भूमिका निभा सकती है। यदि किसी भी इलाके में गड़बड़ी फैलाने या साजिश रचने या दंगा जैसे हालात पैदा करने की कोशिश होती है तो लोग सीधे पुलिस को सूचना दें ।सूचना देने वाले को पुरस्कार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही वह एक मिस काल नंबर जारी करेंगी। इस पर किसी भी तरह की हिंसा या गड़बड़ी या आतंक फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ शिकायत की जा सकेगी। साथ ही, उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि उनके पास लोग अपनी शिकायत लेकर आते हैं तो वह उनको सुने तथा उसका समाधान करें।

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