मेरठ। क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को 2000 रुपयों के लिए नोटिस भेजने का मामला सामने आया है. रुपयों का विवाद जिम से संबंधित है. हालांकि अभी तक इस मामले में धोनी की तरफ से जवाब नहीं आया है. वादी का कहना है रुपये नहीं देने के कारण नोटिस जारी करना पड़ा.
अधिवक्ता अनुज शर्मा ने बताया कि उनके वादी सचिन शर्मा ने मेरठ के निर्भया आर्केड में चल रहे जिम स्पोर्ट्स फिट में दो हजार रुपये देकर प्रवेश लिया था. सचिन शर्मा ने ऑनलाइन दो हजार रुपये का भुगतान किया था. कुछ दिन बाद लॉकडाउन लग गया. लॉकडाउन के बाद सचिन ने अपने दो हजार रुपये वापस मांगे. तब उनसे कहा गया कि जब लॉकडाउन खुल जाएगा, तब पैसे दे दिए जाएंगे.
लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद जब सचिन ने अपने रुपये जिम संचालक से मांगे तो उनसे कहा गया कि दो हजार रुपये बाद में एडजस्ट कर लिए जाएंगे, अभी उन्हें जिम करने के लिए पैसे देने पड़ेंगे. तब सचिन ने कहा कि उसका विश्वास तोड़ा गया है. इसलिए उसने जिम के संचालक के साथ प्रमोटर महेन्द्र सिंह धोनी को भी नोटिस जारी किया है. हालांकि अभी तक धोनी की तरफ से इस बाबत कोई जवाब नहीं दिया गया है.
प्रवेश के दौरान उन्हें आश्वासन दिया गया था कि यदि कोरोना की वजह से जिम बंद होता है तो उनके पैसे बाद में समायोजित किए जाएंगे, लेकिन कोरोना के कारण जिम बंद होने के बावजूद जिम संचालक ने पैसे समायोजित करने से मना कर दिया. इस संबंध में दोनों के बीच कई बार वार्ता भी हुई, लेकिन समाधान नहीं निकल सका. जिस पर सचिन शर्मा ने फ्रेंचाइजी मालिक व इस जिम के प्रमोटर महेंद्र सिंह धोनी के खिलाफ कानूनी नोटिस जारी करवाया है.
वादी का कहना है कि रुपयों को लेकर कई बार बात की गई. लेकिन इसका समाधान नहीं निकाला गया. संचालक रुपया देने से इनकार करता रहा, जबकि कोरोना की वजह से पहले ही कहा गया था कि जिम बंद होने पर रुपये वापस किए जाएंगे. पर ऐसा नहीं हुआ. जिस कारण मजबूरन नोटिस जारी करवाना पड़ा.