लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के राज में कितने लोगों को सरकारी नौकरी मिली? इस बात पर प्रियंका गांधी और बीजेपी में ठन गई है. आरटीआई से मिली जानकारी के आधार पर कांग्रेस महासचिव ने आज एक ट्वीट किया. इस ट्वीट के बहाने उन्होंने योगी सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. आरटीआई में सवाल पूछा गया था कि पिछले चार सालों में किस विभाग में कितने लोगों को नौकरी मिली. इसके जवाब में कहा गया कि इस तरह की कोई जानकारी नहीं है. इसके आधार पर प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से पूछा है कि 4 लाख नौकरी कब दी गई?
इसके जवाब में बीजेपी ने योगी सरकार के चार सालों में दिए गए सरकारी नौकरियों का पूरा ब्यौरा दिया है. प्रियंका गांधी के ट्वीट के चार घंटे में ही बीजेपी की तरफ से जवाब आ गया. यूपी बीजेपी ने ट्वीट कर पूरी जानकारी दी है कि किस विभाग में कितनी नौकरी दी गई. इसके साथ ही बीजेपी ने रॉबर्ट वाड्रा के बहाने नौकरी का आंकड़ा देकर कहा कि ये कोई हड़पी हुई जमीन का क्षेत्रफल नहीं है.
पुलिस विभाग में सबसे ज्यादा नौकरियां
यूपी बीजेपी के दावे पर यकीन करें तो सबसे अधिक नौकरियां पुलिस विभाग में दी गई हैं. 1 लाख 43 हजार लोगों की पुलिस विभाग में भर्ती हुई. बेसिक शिक्षा विभाग में 1,25,987 लोगों को नौकरी मिली. कुल मिलाकर 4,03,793 सरकारी नौकरियां दी गईं. बीजेपी के यूपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि प्रियंका गांधी भ्रम फैला रही हैं, जबकि योगी राज में बिना किसी भ्रष्टाचार और भेदभाव के लोगों को नौकरी मिल रही है.
यूपी ही नहीं दिल्ली समेत देश के कई बड़े शहरों में योगी सरकार का नौकरी वाले विज्ञापन के होर्डिंग लगे हैं. बस स्टैंड से लेकर एयरपोर्ट के बाहर तक. जिसमें दावा किया गया है कि सरकारी नौकरी देने में यूपी नंबर वन है. होर्डिंग पर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की तस्वीर भी लगी है. अब इसे ही कांग्रेस और समाजवादी पार्टी चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश में है.
अखिलेश यादव बेरोजगारी को लेकर कई बार योगी सरकार पर हमला कर चुके हैं. पिछले साल बिहार चुनाव में सरकारी नौकरी बड़ा मुद्दा बन गई थी. इसी मुद्दे पर सवार होकर आरजेडी ने तेजस्वी यादव की अगुवाई में नीतीश कुमार के खिलाफ माहौल बना दिया था. अब ऐसी ही हवा बनाने की तैयारी में यूपी की विपक्षी पार्टियां भी हैं.