नई दिल्ली। सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत सभी जवानों का अंतिम संस्कार आज पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। इसके लिए पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। सुबह से ही सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। उनके आधिकारिक निवास कामराज मार्ग पर लगातार गणमान्य लोगों ने अंतिम दर्शन किए। सीडीएस रावत को तीनों सेना प्रमुखों ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उनके पार्थिव शरीर को गन कैरिएज पर रख कर उनकी अंतिम यात्रा अब बरार स्क्वायर पहुंच चुकी है। बरार स्क्वायर पर उन्हें 17 तोपों की सलामी दी जाएगी। जनरल बिपिन रावत व मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर श्मशान भूमि परिसर ले जाया गया है। परिसर के अंदर भारत माता की जय के नारे लगाए जा रहे हैं। श्मशान परिसर पर जनरल रावत की बेटियां भी मौजूद हैं। सीडीएस की अंतिम विदाई पर भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा कि यह बेहद दुखद है। वे अपने क्षेत्र में अग्रणी थे क्योंकि उन्होंने ज्वाइंट डिफेंस अप्रोच की शुरुआत की, जो यूनाइटेड किंगडम में भी अपनाई जाती है। यह सही अप्रोच है। भारत ने एक महान नेतृत्व खोया है, जो दुखद है।सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को बेस अस्पताल से उनके आधिकारिक निवास कामराज मार्ग पर ले जाया गया। यहां पर गणमान्य लोगों के साथ आम आदमी भी उनका अंतिम दर्शन कर सकेंगे। यहां पर गृहमंत्री अमित शाह, एनएसए अजीत डोभाल, जम्मू कश्मीर और दिल्ली के उपराज्यपाल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और कांग्रेसी नेता राहुल गांधी, हरीष रावत समेत कई सांसदों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।