मुरादाबाद । विधानसभा चुनाव में 14 फरवरी को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। शनिवार को नामांकन पत्रों की जांच भी पूरी कर ली गई। जनपद में आए कुल 88 नामांकन पत्रों में से 21 पत्र विभिन्न आधार पर निरस्त कर दिए गए। अब 67 उम्मीदवार मैदान में हैं। 31 जनवरी तक कोई भी उम्मीदवार नाम वापस लेना चाहे तो ले सकता है। प्रत्याशियों की अंतिम सूची भी 31 जनवरी को फाइनल होगी।21 जनवरी से 28 जनवरी तक चली नामांकन प्रक्रिया के दौरान मुरादाबाद जनपद की सभी छह सीटों पर 88 उम्मीदवारों ने नामांकन कराया था। इनमें मुरादाबाद नगर सीट पर सर्वाधिक 17, कांठ सीट पर 16, मुरादाबाद ग्रामीण पर 15, कुंदरकी में 15, बिलारी में 15 और ठाकुरद्वारा में दस लोगों ने नामांकन कराया था। नामांकन पत्रों की जांच के रिटर्निंग अधिकारियों ने कांठ में एक, मुरादाबाद ग्रामीण में दो, नगर में छह, कुंदरकी में चार, बिलारी आठ पर्चे निरस्त किए गए। जबकि ठाकुरद्वारा विधानसभा सीट पर एक भी नामांकन पत्र निरस्त नहीं हुआ। कांग्रेस की सलमा आगा ने दो सेट जमा कराए थे, जिसमें से एक रद कर दिया गया। किसी भी बड़े और मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के प्रत्याशी का पर्चा रद नहीं हुआ है।मुरादाबाद की सभी छह सीटों पर 97 प्रत्याशी अभी तक मैदान में हैं। सबसे अधिक 13 उम्मीदवार मुरादाबाद देहात विधानसभा क्षेत्र में हैं। कुंदरकी और मुरादाबाद नगर सीट पर 11 उम्मीदवार हैं। ऐसे में कहीं भी दो ईवीएम (इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन) लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। एक मशीन में अधिकतम 15 प्रत्याशियों के नाम और चुनाव चिह्न अंकित शामिल किए जा सकते हैं। जनपद में 21 पर्चे रद होने के बाद मुरादाबाद में 68 उम्मीदवार बचे हैं। कांठ में अभी तक मुकाबला रोमांचक है। यहां बहुजन समाज पार्टी से कमाल अख्तर मैदान में हैं। वहीं उनकी पत्नी हुमैरा अख्तर ने भी निर्दलीय नामांकन कराया है। अभी तक दोनों चुनाव मैदान में आमने सामने हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी राजेश कुमार सिंह चुन्नू और उनके बेटे दुष्यंत सिंह भी मैदान में हैं। हालांकि, 31 तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। देखना है कि हुमैरा और दुष्यंत सिंह में से कौन नामांकन वापस लेता है, या ये अपने पति और पित को टक्कर देंगे।