प्रयागराज । उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ 22 सितंबर से एक साथ पूरे प्रदेश में आंदोलन की शुरुआत करेगा। परिवहन निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में रोडवेज कर्मचारी एकजुट होकर अपना विरोध जताएंगे। 22 सितंबर को सभी डिपो पर आंदोलन की शुरुआत प्रयागराज के स्थानीय पदाधिकारी करेंगे। अपनी नीतियों से अवगत कराने के अलावा समस्याओं के निराकरण के लिए ज्ञापन सौंपेंगे। रोडवेज कर्मचारी संघ की ओर से इसके लिए प्रबंध निदेशक समेत मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री को नोटिस भी भेज दी गई है। प्रारंभिक चरण में गेट मीटिंग कर क्षेत्रीय प्रबंधकों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों का उत्पीड़न हर स्तर पर रोका जाए। परिवहन निगम के डिपो व कार्यशाला में स्पेयर पार्ट की आपूर्ति में हुए घोटाले की जांच को और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाए। कर्मियों की ये मांगें हैं। रोडवेज के क्षेत्रीय मंत्री सत्यनारायण यादव ने बताया कि 22 सौ से अधिक रोडवेज बसें कार्यशाला में खड़ी है। इससे 1000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान परिवहन निगम को हो रहा है। इस सब के दोषी कई अधिकारी हैं। मिलीभगत से स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति नहीं हो पा रही है और सारा पैसा बंदरबांट कर लिया गया है। ऐसे लोगों पर कार्यवाही नहीं की जाती तो संघ आंदोलन के लिए बाद में होगा।कर्मचारी संघ के महामंत्री रमाकांत सचान ने बताया कि मान्यता प्राप्त संगठनों के पदाधिकारी द्वारा अधिकारियों को विभिन्न विषयों पर पत्र लिखे जाते हैं लेकिन समस्याओं को हल करने के लिए अधिकारियों द्वारा पदों के सापेक्ष कोई कार्यवाही नहीं होती। या बेहद ही निंदनीय है। इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त किए जाने के योग्य नहीं है। संघ के अध्यक्ष दल सिंगार यादव ने बताया कि लंबे समय से संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों को नियमित नहीं किया जा रहा है। ना ही आउटसोर्सिंग के जरिए रखे जा रहे कर्मचारियों के हक में कोई फैसला लिया जा रहा है। बार-बार आश्वासन मिलता है। इन्हें पारिवारिक पास भी उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अनुकंपा नियुक्ति यो में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है। कार्यशाला में खड़ी रोडवेज बसों फर्जी रूट टेस्ट दिखाकर 50 से 60 लीटर डीजल का घोटाला हो रहा है।