अयोध्या। राम मंदिर आंदोलन के अगुवा महंत रामचंद्र दास परमहंस की 18वीं पुण्यतिथि पर मंगलवार को पुष्पांजलि अर्पित की गई। सरयू तट स्थित उनकी समाधि स्थल पर हिंदू एकता आंदोलन पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष पांडेय ने श्रद्धांजलि सभा में कहा कि वर्षों से परमहंस जी की समाधि उपेक्षा का शिकार है। दुख का विषय है कि एक और जहां भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है वहीं दूसरी ओर राम जन्मभूमि आंदोलन के अगुआ का ऐसा निरादर और उपेक्षा देख मन विचलित होता है।
पांडेय ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में जिन्होंने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया उनकी अपेक्षा बेहद घातक सिद्ध होगी। सरकार को चाहिए कि शीघ्र ही परमहंस जी की भव्य समाधि का निर्माण राम मंदिर के साथ ही कराए। साथ ही राम जन्मभूमि आंदोलन में बलिदान हुए कारसेवकों के परिवार जो बदहाली और विपन्नता की स्थिति में जी रहे हैं उन्हें आर्थिक सहायता तथा परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी प्रदान की जाए।
प्रवक्ता ने कहा कि परमहंस जी का अंतिम स्वप्न राम जन्मभूमि, कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ मंदिर निर्माण, गो हत्या पूर्ण रूप से प्रतिबंध था। राम जन्म भूमि के बाद अन्य सपनों को हिंदू एकता आंदोलन पार्टी पूर्ण करने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर देगी। श्रद्धांजलि सभा में पपार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष महंत राम लोचन शरण शास्त्री, राजन बाबा, चंद्रहास दीक्षित, पंडित विधि पूजन पांडेय, हीरामणि पांडे, अजय शुक्ला सहित अन्य संत महंत लोग मौजूद रहे।