लखीमपुर खीरी हिंसा के आरोपी आशीष मिश्रा को फिर भेजा गया नोटिस, अब शनिवार को पुलिस ने बुलाया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में रविवार को हुई हिंसा मामले में आरोपी आशीष मिश्रा को फिर से नोटिस भेजा गया है. पुलिस ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के घर के बाहर दोबारा पोस्टर लगाया है. इस बार गृह राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को 9 अक्टूबर की सुबह 11 बजे लखीमपुर खीरी हिंसा में बयान दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं. इसके पहले 8 अक्टूबर को भी आशीष मिश्रा को बुलाया गया था. लेकिन, पूछताछ के लिए पुलिस के सामने नहीं आए। लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को शुक्रवार को भी बुलाया गया था. लेकिन, वो पुलिस के सामने नहीं आए. इसी बीच आशीष मिश्रा के नेपाल भागने की अटकलें भी लग रही है. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर पुलिस का शिकंजा कसेगा या वो आत्मसमर्पण कर देंगे, इस सवाल का अभी तक जवाब नहीं मिला है. सूत्रों की मानें तो उनका गांव नेपाल के बॉर्डर से 10 किलोमीटर दूर है. इस लिहाज से संभावना जताई जा रही है कि वो नेपाल भाग सकते हैं। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच में एक नया मोड़ आ गया है. घटनास्थल पर जली हुई एसयूवी से इस्तेमाल किए गए कारतूस बरामद किए गए हैं. किसानों ने मामले की शुरुआत में ही आरोप लगाया था कि गाड़ी के अंदर से ही आशीष मिश्रा और उसके सहयोगियों ने किसानों पर गोलियां चलाई थी. संयुक्त किसान मोर्चा का आरोप है कि एक मौत आशीष मिश्रा और उनके सहयोगियों के गोली चलाने के कारण हुई थी. इस मसले पर यूपी पुलिस की तरफ से कुछ भी ठोस नहीं कहा गया है। जानकारी के अनुसार यूपी पुलिस को केंद्रीय गृहराज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं. जिससे इस बात की पुष्टि हुई है कि आशीष मिश्रा उस दिन घटनास्थल पर अंकित दास की फॉर्च्यूनर कार में मौजूद था। दोनों की मौजूदगी के सबूत मिलने के बाद आशीष मिश्रा और अंकित की तलाश की जा रही है। गुरुवार को आशीष का लोकेशन नेपाल सीमा और शुक्रवार सुबह उत्तराखंड के बाजपुर में मिली है। उत्तर प्रदेश पुलिस इस मामले में उत्तराखंड और नेपाल पुलिस की भी मदद ले रही है।

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