प्रयागराज । होली त्योहार मनाने के बाद परदेशियों के काम पर लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसका असर ट्रेनों में बढ़ती वेटिंग और हवाई किराए पर नजर आ रहा है। होली के बाद अगले तीन दिनों तक ट्रेनों में वेटिंग 300 के पार पहुंच गई है। हवाई जहाज का किराया आसमान छू रहा है। दिल्ली से प्रयागराज फ्लाइट का किराया होली के एक दिन बाद 12 हजार रुपये पहुंच गया है। जबकि 24 मार्च से यह किराया साढ़े पांच हजार ही है। सामान्य दिनों में यह लगभग चार हजार रहता है। वाराणसी से दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में 20 मार्च को वेटिंग 435, प्रयागराज-उधमपुर के बीच चलने वाली ऊंचाहार एक्सप्रेस में स्लीपर में वेटिंग 444 पहुंच गई है।इस समय दिल्ली से प्रयागराज का किराया 20 मार्च के लिए 11934 तक पहुंच गया है। जबकि 21 को 9519 रुपये, 22, 23 तक किराया 7209 है। हालांकि 24 मार्च के बाद किराया कम हुआ है। वहीं, मुंबई के लिए 20 मार्च को किराया 12810 पहुंच गया है। 21 को 11865, 22 को 9240 रुपये है। 31 मार्च को किराया मात्र साढ़े चार हजार रुपये है।किराए में यह बढ़ोतरी होली पर बड़ी संख्या में वापस लौट रहे यात्रियों की बुकिंग डिमांड बढऩे से हुई है। मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरू, देहरादून, इंदौर, पुणे से प्रयागराज आने वाली फ्लाइटों का किराया डेढ़ से दो गुना बढ़ गया है। दिल्ली-मुंबई रूट पर बुकिंग को लेकर स्थिति सबसे खराब है। सामान्य दिनों में यह चार से पांच हजार अधिकतम रहता है। बेंगलुरु-प्रयागराज का किराया 13037 है, सामान्य दिनों में यह 5 हजार के लगभग रहता है। इसके अलावा इंदौर का किराया दोगुना होकर 9624, पुणे का किराया दो गुना बढ़कर 10706 हो गया है। इंडिगो और एलाइंस एयर प्रयागराज से हवाई सुविधाएं प्रदान करती हैं।20-25 मार्च तक लगभग सभी ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट है। 20 को प्रयागराज एक्सप्रेस में द्वितीय श्रेणी की कोई सीट उपलब्ध नहीं है। 21 को स्लीपर में 2928 वेटिंग है। ऊंचाहार एक्सप्रेस में स्लीपर की वेटिंग 444 है। हमसफर में 20 को ट्रेन में कोई सीट उपलब्ध नहीं है। 21 को 113 वेटिंग है। वंदे भारत में 435 वेटिंग चल रही है। इसके अलावा पूर्वा एक्सप्रेस में 20 मार्च को द्वितीय श्रेणी की कोई भी सीट उपलब्ध नहीं है। सिक्किम महानंदा, महाबोधी, ब्रह्मपुत्रा, लिक्ष्वी एक्सप्रेस, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, मगध एक्सप्रेस में 20 मार्च को द्वितीय श्रेणी की कोई भी सीट उपलब्ध नहीं है। जबकि नार्थ ईस्ट में 145, सीमांचल में 139, नेताजी एक्सप्रेस में 127, स्वतंत्रता सेनानी में 232, शिवगंगा स्लीपर में 110 वेटिंग है। इसी तरह लगभग सभी ट्रेनों में लंबी वेटिंग चल रही है।