श्रीनगर । पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर प्रदेश के लिए परिसीमन आयोग की अंतरिम रिपोर्ट और कर्नाटक में हिजाब विवाद, दोनों ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व भाजपा के एजेंडे के तहत ही भाजपा के सत्ता में बनाए रखने के लिए तैयार किए गए हैं।उत्तरी कश्मीर के लाडरवन (कुपवाड़ा) में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भाजप पूरे देश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड के चुनावों को देखते हुए हम कह सकते हैं कि चुनावी फायदे के लिए ही भाजपा ने एक साजिश के तहत हिजाब विवाद को हवा दी है। जम्मू-कश्मीर के परिसीमन का प्रारुप भी देश के विभिन्न हिस्सों में चुनावी फायदे को देखकर ही तैयार किया गया है।उन्होंने कहा कि पूरे देश में सभी राजनीतिक नेताओं को इसके खिलाफ एकजुट होना चाहिए। हिजाब को लेकर जो विवाद पैदा हुआ है, उससे छात्राओं केा घबराना नहीं चाहिए। यह मुस्लिम ड्रेस कोड और संस्कृति का एक हिस्सा है। भाजपा और आरएसएस, गांधी के भारत को गोडसे के हिंदुस्तान में बदलाना चाहते हैं। वह हरेक की जिंदगी को मुश्किल बनाने पर तुले हैं। हिजाब को लेकर विवाद उत्तर प्रदेश के चुनावों में भाजपा को फायदा पहुंचाने की नीयत से पैदा किया गया है।परिसीमन संबंधी सवाल के जवाब में उनहोंने कहा कि परिसीमन आयोग की प्रस्तावित अंतरिम रिपोर्ट ने अराजकता पैदा कर दी है जो सिर्फ भाजपा को फायदा पहुंचाती है। कश्मीर में ही नहीं राजौरी-पुंछ, डोडा और जम्मू में भी लोग इस रिपोर्ट से नाखुश हैं। राजौरी-पुंछ को 2026 के बाद अलग करना चाहिए । इसके अलावा राजौरी, पुंछ व डोडा-किश्तवाड़ के लिए अलग-अलग दो सांसद भी होने चाहिए। भाजपा सिर्फ लोगों को अपने फायदे के लिए बांट रही है। परिसीमन आयोग की अंतरिम रिपोर्ट भी कुछ ऐसा ही संकेत देती है।