मेरठ-बुलंदशहर एनएच 235 बनकर तैयार

बुलंदशहर से मेरठ का सफर भले ही सुहाना हो गया हो, लेकिन यह सफर लोगों की जेब पर भारी पड़ रहा है। एनएच-235(न्यू 334) का उद्घाटन बाद में होगा। सुहाने सफर के लिए सोमवार की सुबह से गुलावठी के पास टोल शुरू हो गया। गुलावठी पर बने टोल प्लाजा पर टोल की वसूली शुरू हो गई है। केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग, जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने 29 सितंबर 2016 को बुलन्दशहर के नुमाइश मैदान में एनएच-235 के निर्माण और चौड़ीकरण सहित विभिन्न प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था। इसके बाद 2017 में इसका निर्माण शुरू हुआ। लगभग तीन वर्ष में एनएच-235 आधुनिकतम तकनीक से बनकर तैयार हो गया।
बुलंदशहर से मेरठ तक एनएच-235 से लगभग 62 किलोमीटर का यह हाईवे बनकर तैयार हुआ है। गत वर्ष इसका निर्माण कार्य पूरा होना था, लेकिन एनजीटी के आदेश और बाद में कोरोना संक्रमण के चलते समय पर काम पूरा नहीं हुआ। इसके बाद विभागीय अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल-2020 में पूर्ण कराने का लक्ष्य रखा था। समय पर काम पूरा नहीं होने पर आला अधिकारियों ने इसका संज्ञान लिया और लगातार मॉनिटरिंग करने के बाद अब यह बनकर तैयार है। एनएच-235 का औपचारिक उद्घाटन होना है, लेकिन इससे पूर्व ही गुलावठी में बने टोल प्लाजा पर वसूली शुरू हो गई है। उद्घाटन बाद में होगा।
तीन जिलों में तीन हाईवे जुड़ेंगे
नेशनल हाईवे-235 कई मामलों में अपनी अलग छाप छोड़ेगा। तीन नेशनल हाईवे को यह हाईवे जोड़ेगा। इसमें बुलंदशहर में एनएच-91 से शुरू होगा और हापुड़ में एनएच-24 को पार करते हुए मेरठ में दिल्ली एक्सप्रेस वे तक जाएगा। इसके निर्माण से तीन जिलों की यातायात व्यवस्था बेहतर होगी। मेरठ, हापुड़ और बुलन्दशहर के साथ ही अलीगढ़ का सफर भी आसान हो जाएगा।
3 घंटे का सफर 1 घंटे में
बुलंदशहर से मेरठ तक 62 किलोमीटर के एनएच-235 पर वाहनों ने फर्राटा भरना शुरू कर दिया है। परियोजना की लागत 886करोड़ रुपये है। इस लागत से कुल 62 किलोमीटर दूरी के हाईवे का निर्माण किया गया है। अब तक मेरठ से बुलन्दशहर आने-जाने में ढाई से तीन घंटे तक लगता था। अब इस हाइवे से घंटे भर में सफर हो जाएगा।
जाम मुक्त हुआ सफर
बुलंदशहर से मेरठ जाना पहले जहां टेढ़ी खीर थी वहीं अब मेरठ तक का सफर बेहद आसान हो गया है। बीच में गुलावठी, हापुड़, खरखौदा आदि क्षेत्रों में जाम की स्थिति रहती थी। अब लोगों को जाम से आजादी मिली है।

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