कोयले की किल्लत

एनटीपीसी ऊंचाहार की दूसरी इकाई भी बंद

रायबरेली, एजेंसी । ऊंचाहार की विद्युत तापतीय परियोजना पर छाया कोयले का संकट गहराता जा रहा है। इसके कारण प्रबंधन को दूसरी इकाई को भी बंद करना पड़ा। हालांकि जिम्मेदार इकाई की मरम्मत को लेकर बंद किए जाने की बात कह रहे हैं। ऊंचाहार एनटीपीसी परियोजना पर कोयले का संकट लगातार गहराता जा रहा है। इसके चलते बीती गुरुवार को सबसे अधिक विद्युत उत्पादन वाली छठीं इकाई को बंद कर दिया गया था। इस बीच अन्य इकाइयों को भी आधे से कम भार पर चलाया जा रहा था। दो दिनों से परियोजना में कोयले की एक भी रैक न आने के चलते शनिवार की रात परियोजना प्रबंधन को दूसरी ईकाई को भी बंद करना पड़ा। हालांकि दूसरी इकाई बंद होने के कुछ ही देर बाद कोयले की दो रैक परियोजना आ पहुंची है। बताते चलें कि परियोजना में सभी छह इकाईयों को‌ संचालित करने के लिए चौबीस घंटे में 30 हजार मीट्रिक टन कोयले की खपत होती है। ऐसे में दूसरे तीसरे दिन आने वाली एक या दो कोयले की रैंकों (आठ से दस हजार मीट्रिक टन) से परियोजना प्रभावित हो गई है। इसके चलते दूसरी इकाई को भी बंद करना पड़ा। लगातार बंद हो रही इकाइयों के बीच उतर प्रदेश समेत अन्य नौ प्रदेश भी बिजली का संकट गहराता जा रहा है।
बंद होती इकाईयों से इन राज्यों पर पड़ेगा असरः उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरांचल को इस परियोजना से बिजली की आपूर्ति की जाती है। कोयले के संकट के बीच इन सभी प्रदेशों में बिजली का संकट मंडराने लगा है

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