Prashant Veer IPL AuctionUP : आईपीएल ऑक्शन में 14.20 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड बोली लगने के बाद अमेठी के क्रिकेटर प्रशांत वीर पूरे जिले के लिए गर्व का नाम बन गए हैं। जैसे ही नीलामी में उनका नाम पुकारा गया, अमेठी से लेकर उनके गांव तक जश्न का माहौल बन गया। दोस्तों, रिश्तेदारों और क्रिकेट प्रेमियों ने मिठाइयां बांटकर खुशी जाहिर की।
प्रशांत वीर का यह सफर आसान नहीं रहा। सीमित संसाधनों और आर्थिक तंगी के बीच उन्होंने अपने सपनों को कभी मरने नहीं दिया। भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में उनके साथ खेलने वाले दोस्तों ने बताया कि प्रशांत रोजाना 12 से 14 किलोमीटर साइकिल चलाकर प्रैक्टिस के लिए स्टेडियम आते थे। गर्मी हो या सर्दी, बारिश हो या थकान—उनकी दिनचर्या कभी नहीं बदली।
दोस्तों के मुताबिक, कई बार साइकिल भी ठीक नहीं होती थी, लेकिन प्रशांत पैदल चलकर भी मैदान पहुंच जाते थे। उनके पास महंगे किट नहीं थे, आधुनिक सुविधाएं नहीं थीं, लेकिन सीखने की भूख और आगे बढ़ने की जिद हमेशा दिखाई देती थी।
आईपीएल ऑक्शन में जब प्रशांत पर बोली लगी और कीमत करोड़ों में पहुंची, तो उनके संघर्ष के दिन आंखों के सामने घूम गए। जिस स्टेडियम तक पहुंचने के लिए वह कभी साइकिल से जूझते थे, आज उसी खेल ने उन्हें देश के सबसे बड़े क्रिकेट मंच तक पहुंचा दिया।
अमेठी के स्थानीय खिलाड़ियों का कहना है कि प्रशांत की सफलता उन हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो संसाधनों की कमी के कारण अपने सपनों को अधूरा मान लेते हैं। प्रशांत ने साबित कर दिया कि गरीबी रास्ता रोक सकती है, लेकिन सपनों को नहीं।
आज प्रशांत वीर सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि उस उम्मीद का नाम बन चुके हैं, जो छोटे शहरों और गांवों से निकलकर बड़े सपने देखने वालों के दिलों में जिंदा रहती है।



