प्रयागराज। जिले में बजट के अभाव में साधन सहकारी समितियों का सुंदरीकरण नहीं हो पा रहा था। समितियों के भवन जर्जर हो चुके हैं। जगह-जगह दीवारों में दरार पड़ गई है। देखने से ऐसा लगता है कि वह कभी भी ढह सकता है। ऐसे में समितियों पर तैनात कर्मी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे। अब जर्जर समितियों की मरम्मत कराने की कवायद चल रही है। ग्राम पंचायतों को मरम्मत कराने की जिम्मेदारी दी गई है। आने वाले दिनों में इसकी सूरत बदली-बदली नजर आएगी। आप भी इस खबर के माध्यम से जान सकेंगे कि इसके लिए क्या योजना बनाई गई है।प्रतापगढ़ में पांच तहसीलें सदर, रानीगंज, पट्टी, लालगंज व कुंडा है। जिले में 250 से अधिक सहकारी समितियां हैं। इसमें करीब 200 समितियां जर्जर हालत में हैं। इन समितियों को अब ग्राम पंचायत चमकाएगी। ग्राम पंचायत के केंद्रीय निधि व मनरेगा से इसका सुंदरीकरण होगा। समितियों की जर्जर फर्श, दीवार, छत को दुरुस्त कराए जाने बाद इसे रंगारोगन किया जाएगा पहले चरण में 130 समितियों के सुंदरीकरण किए जाने की तैयारी चल रही है। इसमें साधन सहकारी समिति मानधाता, सराय बहेलिया, सराय देवराय सहित अन्य शामिल हैं। प्रत्येक समिति में दो से ढाई लाख रुपये खर्च होगा। समितियों की मरम्मत को लेकर कई बार विभाग की ओर से प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन बजट के अभाव में कुछ नहीं हुआ। इसकी जिम्मेदारी अब ग्राम पंचायतों को दे दी गई है। ग्राम पंचायत इसकी मरम्मत कराएगी। एआर कोआपरेटिव अरविंद प्रकाश ने बताया कि साधन सहकारी समितियों की मरम्मत कराने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों को दी गई है। डीपीआरओ रवि शंकर द्विवेदी ने बताया कि शासन के निर्देश को अमल कराया जाएगा।