प्रयागराज। विभाग की ओर से कोई कार्रवाई न होने के कारण खाद के लिए किसान परेशान हैं।तमाम हिदायतों और चेतावनी के बाद भी जिले में डीएपी की कालाबाजारी पर लगाम नहीं लग रही है। ग्रामीण इलाकों के बाजार में डीएपी महंगे दामों पर बिक रही है। वे खाद के लिए भटक रहे हैं।कृषि विभाग के टोल फ्री नंबर पर हर दिन सैकड़ों शिकायतें आ रही हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर अभी तक सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। कृषि निदेशक की समीक्षा बैठक के दौरान मंडल के सभी अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई कि कालाबाजारी रोकी जाए और किसानों को निर्धारित दाम में ही डीएपी मिले। लेकिन, इफको केंद्र, सहकारी समिति, एग्रो आदि पर डीएपी न मिलने के कारण किसान बाजार से ही खाद खरीद रहे हैं।
बाजार में 1200 की खाद 1600 में बेची जा रही है। सोमवार को जिले के सिकंदरा बहरिया बाजार में संजय सोनकर नाम के किसान ने 1450 रुपए में डीएपी खरीदी तो उनका दर्द छलक पड़ा। उन्होंने बताया कि सरकारी केंद्र पर खाद मिल नहीं रही है। ऐसे में मजबूरी में बाजार से ही खाद खरीदनी पड़ रही है। खनीनार सोरांव के मानसिंह ने 1600 रुपए में एक बोरी डीएपी खरीदी। उन्होंने बताया कि बाजार में 1600 रुपए बोरी खाद का पैसा लिया जा रहा है।बोआई के लिए खाद जरूरी है, इसलिए महंगे दाम में ही खरीद रहे हैं। इसी तरह सोरांव, होलागढ़, फूलपुर, हंडिया, नवाबगंज समेत हर बड़ी बाजार में खाद की किल्लत है। बाजार में 300-400 रुपए अधिक पैसा लेकर खाद बेची जा रही है।