हमीरपुर । चिकासी थाना क्षेत्र के बरौली गांव में पैसों के लालच में आकर बेटा हैवान बन गया और पिता को ही मौत के घाट उतार दिया। बैंक से लोन की रकम निकलवाने के लिए पिता को अगवा कर ले गया और दस्तखत नहीं करने पर गाड़ी में बांधकर घसीटते हुए पीटकर मार डाला। सोमवार को शव उमन्निया गांव में नहर किनारे पड़ा मिला तो सनसनी फैल गई। चिकासी थाना क्षेत्र के बरौली गांव निवासी 60 वर्षीय गयाप्रसाद का शव सोमवार की सुबह मझगवां थाने के उमन्निया गांव की नहर किनारे पड़ा मिलने ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई। सूचना पर सीओ राकेश कमल और सीओ सरीला पीके सिंह, कोतवाल राठ विनोद कुमार राय और मझगवां थानाध्यक्ष पंकज तिवारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और पड़ताल की।छोटे बेटे जीवनलाल ने पुलिस को बताया कि रविवार रात करीब डेढ़ बजे पिता गया प्रसाद बरामदे पर चारपाई पर लेटे थे। तभी बड़ा भाई चंद्रभान, उसके भतीजे रिंकू, सचेंद्र और दो अज्ञात व्यक्ति आए और पिता को तमंचा दिखाकर कार में बिठा जबरन ले गए। शोर सुनकर वह जागा लेकिन उसे तमंचा लगाकर धमका दिया था। सुबह नहर किनारे पिता का शव मिलने की जानकारी हुई।
पुलिस सक्रियता दिखाती तो बच जाती जान
जीवनलाल ने आरोप लगाया कि रात के समय चिकासी थाने में शिकायत करने गया था लेकिन पुलिस ने सुबह आने की बात कहकर टरका दिया था। रात में ही पिता की अगवा करने के बाद हत्या करके शव फेंक दिया। यदि पुलिस सक्रियता दिखाती तो शायद पिता की जान बच जाती।उमन्नियां गांव के कुछ युवक नहर पटरी पर दौड़ लगा रहे थे। शव देखकर पुलिस को सूचना दी थी। ग्रामीणों की मानें तो वाहन में घसीटने के बाद लाठियों से पीटकर हत्या की गई है। ग्रामीणों के अनुसार गयाप्रसाद के नाम 35 बीघा जमीन है।
एसपी अनूप कुमार ने बताया कि किसान की हत्या के मामले में छोटे बेटे जीवनलाल की तहरीर पर बड़े बेटे चंद्रभान, उसके बेटों व अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। चंद्रभान के दो बेटे रिंकू व सचेंद्र हैं, जिनमें रिंकू अपराधिक प्रवृत्ति का है। चंद्रभान व उसके बेटे वृद्ध पर जमीन पर लोन लेने का दबाव बना रहे थे। इसके चलते चंद्रभान अपने बेटों व दो अज्ञात के साथ किसान को जबरन साथ ले गया और चोट पहुंचाकर हत्या की है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगाई गई हैं, उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।