मुरादाबाद। टमाटर के भाव आजकल कुछ ज्यादा ही बढ़ गए हैं। सब्जी की दुकान वाला अलग ही नखरे दिखा रहा है। टमाटर 50 से 60 रुपये किलो फुटकर में बेचा जा रहा है। जबकि चार दिन पहले 90 रुपये किलो तक दाम पहुंच गए थे। रेट बढ़ने के पीछे नासिक में हुई बारिश से फसल का खराब होना और डीजल महंगा होने से किराए में बढ़ोतरी होना माना जा रहा है। हालांकि मंडी में टमाटर की आवक पहले से ज्यादा बढ़ने लगी है, ऐसे में उम्मीद है कि आने वाले दिन में दाम कुछ कम होंगे।टमाटर उत्पादन के मामले में नासिक के बाद अमरोहा दूसरे नंबर पर आता है। पश्चिमी यूपी में मार्च, अप्रैल, मई व जून में टमाटर की फसल बोई जाती है। बंपर उत्पादन के चलते स्थानीय मंडी में टमाटर सस्ता रहता है तथा देशभर की मंडियों को भी निर्यात किया जाता है।
जबकि सितंबर, अक्तूबर व नवंबर में महाराष्ट्र के नासिक में टमाटर की फसल उगाई जाती है। वहां से टमाटर दिल्ली होते हुए पश्चिमी यूपी की मंडियों में लाया जाता है। हर साल कारोबारी सीजन के हिसाब से टमाटर का आयात-निर्यात करते हैं। परंतु इस बार नासिक का टमाटर खाने के शौकीन लोगों की जेब खूब हल्की कर रहा है। हर घर की रसोई में टमाटर रखा मिल जाता है। शनिवार को बाजार में फुटकर में 50 से 60 रुपये प्रतिकिलो टमाटर बेचा गया। यह दाम सुनकर चौंकने की जरूरत नहीं है। चार दिन पहले 90 रुपये किलो तक बेचा गया था। हालांकि तीन दिन से मंडियों में नासिक के टमाटर की आवक बढ़ गई है। जिससे आने वाले दिनों में इसके दाम घट कर 25 रुपये तक आने की उम्मीद है।