शिमला। दो दिन से आसमान में छाए बादलों और पहाड़ों पर बर्फबारी से हिमाचल शीतलहर की चपेट में आ गया है। ठंड बढ़ जाने से लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं। इसी बीच मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के तह पांच और छह दिसंबर को बारिश-बर्फबारी की चेतावनी जारी की गई है, जिसके चलते बर्फ की आस के चलते पर्यटकों का रुख हिमाचल की ओर होना शुरू हो गया है। इसी बीच सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार की मौसम ने ऐसा करवट बदला कि गुरुवार शाम करीब सात बजे के बाद बर्फबारी का सिलसिला शुरू हुआ।शुक्रवार को चूड़धार में इस वर्ष का दूसरा हिमपात दर्ज किया गया है। चूड़धार में आधा फुट बर्फ गिर चुकी है। उधर जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति, कुल्लू-मनाली की ऊंची चोटियों में ताजा हिमपात हुआ है। गुरुवार से जारी हिमपात के कारण घाटी का जनजीवन बुरी तरह से अस्त वयस्त हो गया है।अटल टनल रोहतांग में भी बर्फबारी हुई है। लाहुल-स्पीति के कजा, टाशीगंग, लोसर, कुंजम दर्रा समेत मनाली के रोहतांग समेत कई चोटियां बर्फ से लकदक हो गई हैं, जबकि निचले इलाकों में बारिश का क्रम जारी है। केलांग। अटल टनल में शुक्रवार को ताजा हिमपात हुआ है। बर्फबारी से नेशनल हाई-वे-505 ग्रांफू से लोसर, नेशनल हाई-वे-तीन दारचा से सरचू सहित 45 सड़कें बंद हो गई हैं।इसी के साथ प्रदेश भर में 164 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप हो गए हैं। इसके अतिरिक्त किन्नौर जिला के ऊंची आबादी वाले क्षेत्रों आसरंग, हांगो, चुलिंग, छितकुल आदि क्षेत्रो में दो, तीन इंच तक बर्फ गिर चुकी है, जबकि जिला मुख्यालय रिकांग पिओ सहित, पूह, स्पिलो, सांगला, टापरी, भावानगर आदि क्षेत्रों में पिछले गुरुवार से ही रुक-रुक कर बारिश का दौर चल रहा है।बता दें कि मौसम में आए बदलाव के बाद समूचा किन्नौर जिला में ठंड बढ़ गई है। लोग ठंड से बचने के लिए आग का सहारा ले रहे है। डीसी किन्नौर ने भी मौसम में बदलाब को देखते हुए लोगों को अनावश्यक खतरे वाले स्थानों पर न जाने की अपील की है।