नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वित्त और कार्पोरेट कार्य मंत्रालयों के प्रतिष्ठित सप्ताह समारोह का उद्घाटन किया। साथ ही पीएम मोदी ने डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इसके अलावा पीएम ने 1 रुपये, 2 रुपये, 5 रुपये, 10 रुपये और 20 रुपये के सिक्कों की विशेष श्रृंखला भी जारी की। पीएम मोदी ने कहा आजादी के लंबे संघर्ष में जिसने भी हिस्सा लिया, उसने इस आंदोलन में एक अलग आयाम को जोड़ा और उसकी ऊर्जा बढ़ाई। किसी ने सत्याग्रह का रास्ता अपनाया, किसी ने अस्त्र–शस्त्र का रास्ता चुना, किसी ने आस्था और आध्यात्म, तो किसी ने बौद्धिकता आजादी की अलख को जलाने में मदद की। पीएम मोदी ने कहा कि इसलिए आज जब हम आज़ादी के 75 वर्ष का पर्व मना रहे हैं, तो प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है कि वो अपने-अपने स्तर पर, अपना कोई विशिष्ठ योगदान राष्ट्र के विकास में जरूर जोड़े।पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा भारत ने भी बीते आठ वर्षों में अलग-अलग आयामों पर काम किया है। इस दौरान देश में जो जनभागीदारी बढ़ी, उन्होंने देश के विकास को गति दी है, देश के गरीब से गरीब नागरिक को सशक्त किया है। साथ ही पीएम ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान ने गरीब को सम्मान से जीने का अवसर दिया। पक्के घर, बिजली, गैस, पानी, मुफ्त इलाज जैसी सुविधाओं ने गरीब की गरिमा बढ़ाई है। कोरोना काल में मुफ्त राशन की योजना ने 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को भूख की आशंका से मुक्ति दिलाई है।पीएम मोदी ने कहा पहले के समय सरकार केंद्रित गवर्नेंस का देश ने बहुत बड़ा खामियाजा उठाया है। लेकिन आज 21वीं सदी का भारत पीपल सेंट्रिक गवर्नेंस अप्रोच के साथ आगे बढ़ा है। ये जनता ही है जिसने हमें अपनी सेवा के लिए यहां भेजा है इसलिए ये हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि हम जनता तक स्वयं पहुंचे।पीएम मोदी ने अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान किए गए विकास कार्यों पर बात की। उन्होंने कहा बीते आठ वर्षों में देश ने जो सुधार किए हैं, उनमें बड़ी प्राथमिकता इस बात को भी दी गई है कि हमारे देश के युवाओं को अपना सामर्थ्य दिखाने का पूरा मौका मिले। उन्होंने कहा हमारे युवा अपनी मनचाही कंपनी आसानी से खोल पाएं, वो अपने उद्यम आसानी से बना पाएं, उन्हें आसानी से चला पाएं, इसलिए 30 हजार से ज्यादा अनुपालन को कम करके, डेढ़ हजार से ज्यादा कानूनों को समाप्त करके, कंपनीज एक्ट के अनेक प्रावधानों को decriminalize करके, हमने ये सुनिश्चित किया है कि भारत की कंपनियां न सिर्फ आगे बढ़ें बल्कि नई ऊंचाई प्राप्त करें।