कानपूर। कानपुर हिंसा के मामले में एसआईटी ने बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई की है। मुख्य आरोपित हयात ज़फर हाशमी को फंडिंग करने के आरोप में पुलिस ने मुख्तार बाबा को गिरफ्तार कर लिया है। मसहूर बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा पर पिछले कई दिनों से पुलिस शिकंजा कसती जा रही थी जिसके बाद बुधवार को मुख्तार बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी की पुष्टि ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने की है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुख्तार बाबा ने परेड हिंसा में फंडिंग की थी। सूत्रों की मानें तो पूछताछ में ये भी निकलकर आया है कि हयात मुख्तार बाबा से फंड जुटाता था। वहीं, मुख्तार बाबा पहले से ही शत्रु संपत्ति मामले में जिला प्रशासन और केंद्र के अभिरक्षक कार्यालय के निशाने पर है। यही नहीं एसआईटी के रडार पर कई और संदिग्ध लोग हैं जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। एसआईटी ने बीते गुरुवार को हयात जफर हाशमी और उसके तीन साथियों को दो दिन की कस्टडी रिमांड पर लेकर सात घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान एसआईटी और क्राइम ब्रांच ने चारों के बैंक खातों, फंडिंग और वित्तीय लेनदेन के संबंध में सवाल पूछे। हयात हाशमी, जावेद मोहम्मद खान, मोहम्मद राहिल, मोहम्मद सूफियान को सुबह करीब 11 बजे एसआईटी नवाबगंज थाने लेकर पहुंची। टीम ने आरोपियों के सामने उनके बैंक खातों का पूरा ब्योरा रखा। खातों में रकम कहां से आई और कहां भेजी गई इस संबंध में सवाल पूछे। पूछताछ में पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं। शुक्रवार देर शाम पूछताछ के बाद उन्हें वापस जेल भेज दिया जाएगा।