लखनऊ। लुलु मॉल में नमाज अदा करने वाले चारों युवक मुस्लिम है और इन्होंने गुट बनाकर लुलु मॉल के अंदर नमाज पढ़ी थी. लखनऊ का लुलु मॉल उद्घाटन के पहले से ही चर्चा में आ गया था. इसकी खासियत, तस्वीरें, मालिक का नाम, लुलु का मतलब, ये सभी चीजें गूगल पर सर्च की जाने लगीं. 10 जुलाई को उद्घाटन करने खुद सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे और मॉल के मालिक यूसुफ अली ने खुद ड्राइव कर योगी को घुमाया। अधिकारियों को संबोधित करते सीएम योगीलुलु मॉल के उद्घाटन के 4 दिन बाद ही मॉल में नमाज़ पढ़ने का वीडियो सामने आया और कोहराम सा मच गया. हिंदू संगठनों ने कहा मॉल में नमाज़ हुई है, हनुमान चालीसा भी होगा. अब नमाज़ के वीडियो को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कहा जा रहा है कि नमाज़ के पीछे कोई गहरी साज़िश है। वहीं सोमवार को सीएम योगी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वह छोटी घटनाओं को लेकर भी सतर्क रहें और लापरवाही न बरतें. सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई विशेष बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ के लुलु मॉल का जिक्र किया. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को इस बाबत सख्त निर्देश भी दिए.सीएम योगी ने सोमवार को बैठक में कहा कि एक नए मॉल को राजनीति का अड्डा बना दिया है. उसके नाम पर प्रदर्शन हो रहे हैं और बेमतलब की बयानबाजी हो रही है. इस मामले को लखनऊ प्रशासन गंभीरता से ले. इसके अलावा सीएम ने बैठक में कन्नौज में हुई हिंसक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इस मामले में अधिकारियों ने लापरवाही की जिसे स्वीकारा नहीं जाएगा. दरअसल, सोमवार को सीएम योगी ने मंडल, रेंज, जोन और जनपद में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें उन्होंने राज्य की कानून व्यवस्था के साथ ही कांवड़ यात्रा के सुगम व शांतिपूर्ण आयोजन, स्वतंत्रता सप्ताह के सफल आयोजन के संबंध में दिशा-निर्देश दिए.ये भी पढ़ें- ट्रांसफर गड़बड़ी की जांच रिपोर्ट सीएम के पास पहुंची, PWD मिनिस्टर के OSD पर गिरी गाजक्यों विवादों में है लुलु मॉल: 10 जुलाई को खुला लुलु मॉल उस समय विवाद का केंद्र बन गया था, जब मॉल के अंदर कुछ अज्ञात लोगों को नमाज पढ़ते हुए कैमरे में कैद किया गया था. इसके जवाब में दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने मॉल के अंदर ‘सुंदरकांड’ और हनुमान चालीसा का पाठ करने की चेतावनी दी थी. मॉल में नारे लगाने के आरोप में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और मॉल और उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. एक हिंदू नेता शिशिर चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि लुलु मॉल मुस्लिम युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार देकर और केवल हिंदू लड़कियों को रोजगार देकर लव जिहाद को बढ़ावा दे रहा है।