लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद से कार्यमुक्त जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह अब अपने विभाग यानी जल शक्ति विभाग के कायाकल्प में लगे हैं। प्रदेश में बीते दिनों बाढग़्रस्त इलाकों का सर्वेक्षण करने के बाद स्वतंत्र देव सिंह ने गुरुवार को लखनऊ में अपने विभाग के अधीन एक कार्यालय का औचक निरीक्षण किया।प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह गुरुवार को योजना भवन के पास में सिंचाई विभाग के कार्यालय पहुंचे। मंत्री ने इस दौरान अंदर जाते ही कार्यालय का मुख्य द्वार के साथ ही अन्य सभी गेट को बंद करा दिया।जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को गुरुवार को ललितपुर दौरे पर जाना था। इससे पहले ही उन्होंने लखनऊ में सिंचाई विभाग के कार्यालय का आज औचक निरीक्षण किया।स्वतंत्र देव सिंह अपने वाहन के साथ अचानक ही सिंचाई विभाग कार्यालय पहुंचे। औचक निरीक्षण के दौरान जल शक्ति मंत्री ने कार्यालय के सभी गेटों को बंद कराया।उन्होंने सभी कर्मचारियों के अटेंडेंस रजिस्टर को मंगाया तो पता चला कि 9:30 बजे तक सिंचाई विभाग के 75 प्रतिशत कर्मचारी कार्यालय नही पहुंचे थे। उनके इस निरीक्षण से सिंचाई विभाग के कर्मचारियों अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मंत्री ने शीर्ष अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाने के बाद सभी के आने-जाने का विस्तृत ब्यौरा भी तलब किया है। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव के औचक निरीक्षण से सिंचाई विभाग के कार्यालय में खलबली मच गई। देर से पहुंचे कर्मी रजिस्टर खोजने में लगे थे। मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कार्यालय प्रभारी को अटैंडेंस रजिस्टर को अपने कब्जे में रखने का निर्देश दिया था। इसी कारण उन्होंने रजिस्टर किसी को नहीं दिया। माना जा रहा है कि समय पर कार्यालय ना आने वाले कर्मियों को एक -एक दिन अनुपस्थित दर्शाया जाएगा।