नई दिल्ली, एजेंसी। CBI ने आगामी इंटरपोल महासभा से पहले ट्विटर और इंस्टाग्राम पर अपनी पहली मौजूदगी दर्ज की है। अधिकारियों ने बताया कि इंटरपोल महासभा में 195 देशों के भाग लेने की संभावना है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने 18 अक्टूबर से शुरू होने वाली तीन दिवसीय 90वीं महासभा के लिए यूजर आईडी CBI_CIO के साथ दोनों प्लेटफॉर्म पर अपने खाते बनाए। सीबीआइ अब तक सोशल मीडिया पर आने से बचती रही है। सीबीआइ के इस कदम को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।अन्य केंद्रीय एजेंसियों प्रवर्तन निदेशालय और राष्ट्रीय जांच एजेंसी के विपरीत केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करने की सदियों पुरानी प्रथा को दरकिनार कर सोशल मीडिया की ओर कदम बढ़ाया। अधिकारियों ने बताया कि इंटरपोल महासभा में साइबर क्राइम, वित्तीय अपराधों के साथ साथ इंटरनेट पर प्रसारित बाल यौन शोषण सामग्री के मुद्दों पर चर्चा होगी।भारत को स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर एक वोट के माध्यम से महासभा को आयोजित करने का मौका दिया गया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महासभा की मेजबानी के संबंध में इंटरपोल के महासचिव जुर्गन स्टॉक को एक प्रस्ताव दिया था। जुर्गन स्टॉक ने अपनी भारत यात्रा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात की थी। इससे पहले 1997 में भारत ने महासभा की मेजबानी की थी। भारत के लिए महासभा के आयोजन को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।महासभा इंटरपोल की सर्वोच्च शासी निकाय है, जिसमें 195 सदस्य देशों में से प्रत्येक के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। ये प्रतिनिधि हर साल बैठक करते हैं। अधिकारियों ने बताया कि महासभा में हर सदस्य देश का प्रतिनिधित्व एक या कई प्रतिनिधि कर सकते हैं। आम तौर पर महासभा में मंत्री, पुलिस प्रमुख और इंटरपोल राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के प्रमुख और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते हैं। भारत इंटरपोल में 1949 में शामिल हुआ। भारत इंटरपोल के सबसे पुराने सदस्यों में से एक है।