गाजियाबाद/ संवाददाता। गाजियाबाद में भाजपा के टिकटों को लेकर जबर्दस्त घमासान मचा है, इस बीच लोनी क्षेत्र से बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत सभी वरिष्ठ नेताओं को चिट्ठी भेजी है, उन्होंने आरोप लगाया है कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता उनके धुर विरोधी योगेंद्र मावी की पुत्रवधु या अनिल कसाना की पत्नी को टिकट देने की तैयारी में हैं।
योगेंद्र मावी फिलहाल भाजपा OBC मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं तो अनिल कसाना पूर्व ब्लॉक प्रमुख हैं, हालांकि विधायक का आरोप है कि ये दोनों ही रालोद विधायक मदन भैय्या के करीबी हैं, ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि रालोद प्रत्याशी रंजीता धामा चुनाव जीत जाएं, विधायक ने इस मामले में राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत सभी वरिष्ठ नेताओं को चिट्ठी भेजी है।
अब समझिए पूरा खेल
दरअसल अब तमाम दलों के बड़े नेता यही चाहते हैं कि सिर्फ उनके अपनों पर ही मेहरबानी होती रहे बाकी जो वास्तव में पार्टी के लिए समर्पित रहे हैं उन पर मेहरबानी न हो जाए, आखिर ये कैसी राजनीति क्या अपनों पर ही मेहरबानी होती रहेगी, सबाल तो उठेंगे अब चाहे चिट्ठी लिखी जाए या कुछ और, बात यहीं पर खत्म नहीं होती चूंकि यह भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर पहले भी अपनी पार्टी के खिलाफ आवाज उठाते आए हैं, अब इसे किस प्रकार से देखा जाए यह बात समझने वाली बात होगी कि इस पर आलाकमान क्या विचार करते हैं, क्या पुराने नेताओं को खारिज कर दिया जाएगा या फिर उन्हें सराहा जाएगा।
असल विवाद तो यही है कि अपनों को ही रेवड़ी बांटी जाएं बाकियों को दरकिनार कर दिया जाए, ऐसा ही मामला कल महानगर में भी गरमाया था महिला मोर्चा की पदाधिकारियों ने विरोध किया और राष्ट्रीय कार्यालय तक सभी महिलाएं पहुंचीं, नतीजा यह हुआ कि महिला मोर्चा की पदाधिकारी को लखनऊ कार्यालय बुलाया और जब सारे मामले से महिला मोर्चा ने अवगत कराया तो अपनों को रेवड़ी बांटने वाले नेता जी को लखनऊ कार्यालय तलब कर लिया गया, खबर दैनिक एक संदेश में छपी और हो गया तत्काल असर, अब देखते हैं इन नेता जी को भी क्या बुलाया जाएगा लखनऊ या फिर इन्हीं के हिसाब से टिकटों पर लगेगी मोहर।