लखनऊ। अपराधियों का कोई धर्म नहीं होता, अपराधी किसी के सगे नहीं होते, ये सब बातें हम अक्सर लोगों को करते हुए सुनते हैं। लेकिन इन बातों में कितना दम है, उसे अतीक अहमद के मामले में देखा जा सकता है। कल तक जो समाज अतीक अहमद के आतंक से त्रस्त था, आज उसी समाज के कुछ लोग उसकी मौत पर आंसू छलका रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में अपराधियों और गुंडों की पार्टी कही जाने वाली समाजवादी पार्टी खुलकर माफिया अतीक अहमद के समर्थन में आ गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जहां अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर सरकार को घेरने का कुत्सित प्रयाग कर रहे हैं, वहीं उनके नेता अतीक के समर्थन में सारी मर्यादाएं लांघ रहे हैं।
सपा के आपराधी करण से त्रस्त जनता दो बार से उसे सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा चुकी है। बावजूद इसके सपा का अपराधियों से गठजोड़ जारी है। कड़वा सच यह भी है कि प्रदेश के लगभग सभी अपराधियों ताल्लुक सपा से रहा है। समाजवादी पार्टी पर अपराधियों को शह देने का आरोप अकारण नहीं लगता रहा है।
लेकिन जिस तरह से अतीक अहमद के समर्थन में समाजवादी पार्टी मैदान में उतरी है, उससे ऐसी उम्मीद किसी का न थी। एक तरफ जहां अतीक अहमद का आतंक झेल चुके परिवार सामने आकर अपना दर्द बयां कर रहे हैं। योगी सरकार और पुलिस प्रशासन की तारीफ कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी की तरफ से अतीक अहमद के सबसे बड़े हमदर्द होने का प्रयास किया जा रहा है।
सपा की इन हरकतों के चलते सोशाल मीडिया पर जमकर गाली पड़ रही है। बता दें कि प्रयागराज से कांग्रेस पार्टी के नेता राजकुमार सिंह ने अतीक अहमद के प्रति अपना प्रेम दिखाया था, जिसके चलते पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया और पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया। वहीं समाजवादी पार्टी के कई नेता अतीक के समर्थन में पुलिस व सरकार के खिलाफ जमकर बोल रहे हैं, लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सपा नेता आईपी सिंह ने अतीक अहमद और उसकी पत्नी शाइस्ता के प्रति जो प्यार दिखाया है, वह हैरान करने वाला है।
सपा नेता आईपी सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि पूर्व सांसद स्व. श्री अतीक अहमद की विधवा पत्नी एक महिला पर तानशाही पुलिस टार्चर बन्द करो उन्हें उनके आंसुओं के साथ अब जीने दो। इससे पहले भी वह ट्वीट कर शाइस्ता परवीन के लिए अपना दर्द जता चुके हैं। उन्होंने लिखा था- उसके परिवार में 3 लोगों की हत्या कर चुकी यूपी पुलिस उस महिला को तलाश रही है, जिसके जवान बेटे को मार दिया जिसके 4 बार के MLA, सांसद रहे शौहर को मार दिया, उसके पूर्व MLA देवर को मार दिया। कल तक वह महिला मेयर चुनाव की तैयारी कर रही थी, फिर उसपर इनाम घोषित कर दिया गया। #उस_बेवा_पर_रहम_करो
सपा नेताओं के इस तरह के ट्वीट और बयानबाजी से समझा जा सकता है कि अपराधियों को संरक्षण कौन देता है। यही वजह है कि योगी राज में जब गुंडों-माफियाओं पर कार्रवाई हो रही है, तो सबसे ज्यादा दर्द अखिलेश यादव को हो रहा है। दर्द होना भी स्वभाविक है, क्योंकि पुलिस मुठभेड़ में जितने भी अपराधी मारे गए हैं, वह लगभग सभी सपा पार्टी के ही थे। सपा के अधिकतर नेता आज सलाखों की पीछे हैं। फिलहाल अपराधियों पर कार्रवाई से जनता खुश है और सपा की बौखलाहट को देख भी रही है।