गाजियाबाद। सड़कों से कूड़ा और सांड न हटा पाने वाली भारतीय जनता पार्टी निकाय चुनाव में क्या हुंकार भरेगी। उनसे (भाजपा) महंगाई पर सवाल करो, बेरोजगारी पर सवाल करो या किसी अन्य मुद्दे पर सवाल करो, सबके जवाब में वह सिर्फ तमंचा कहकर मुद्दे को भटकाने का काम करते हैं। जनता अब परिवर्तन चाहती है, परिवर्तन होगा।
निकाय चुनाव के लिए नामांकन की तिथि खत्म हो चुकी है, प्रत्याशी मैदान में उतर चुके हैं। प्रत्याशियों के समर्थन में रजनीतिक दल के नेता भी प्रचार-प्रसार में जुट गए हैं। इसी क्रम में बुधवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गाजियाबाद में महापौर पद पर चुनाव लड़ रहीं सपा प्रत्याशी पूनम यादव के घर पहुंचे।
जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा पर निशाना साधा, आरोप लगाया कि भाजपा बुनियादी सुविधाएं ही दुरुस्त नहीं कर सकी है, स्मार्ट सिटी का सपना दिखाकर पूरा नहीं किया है। इससे पहले वह शास्त्री नगर में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के समधी जितेंद्र यादव के भाई रवि यादव के घर आयोजित एक कार्यक्रम में शोक व्यक्त करने पहुंचे थे।
गठबंधन ठीक है, कार्यकर्ता को नही करेंगे निराश
सपा रालोद गठबंधन के बीच दरार को लेकर जब अखिलेश यादव से सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया कि गठबंधन ठीक है, मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। लोकतंत्र में हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, हम अपने कार्यकर्ता को निराश नही करेंगे।
पत्रकारों से धक्का-मुक्की
सपा प्रत्याशी के घर अखिलेश यादव के पहुंचने पर पत्रकारों से धक्का मुक्की भी हुई। सपा कार्यकर्ताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस पर सवाल करने पर महापौर प्रत्याशी पूनम यादव के पति सिकंदर यादव ने कहा कि अखिलेश यादव के आने की सूचना पर कार्यकर्ताओं की भीड़ अधिक हो गयी थी। हर कोई अखिलेश यादव से मिलना चाहता था, जिस कारण समस्या हुई।