प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव को लेकर सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी दल ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। इसी बीच माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद के नाम से एक पत्र तेजी से वायरल हो रहा है, जो निकाय चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं साधने के भाजपा और सपा के प्लान को फेल कर सकता है। दरअसल, इस पत्र में मुसलमान को एकजुट होने और यूपी निकाय में भाजपा और समाजवादी पार्टी को वोट न करने की अपील की गई।
जानकारी के मुताबिक नैनी जेल में बंद अतीक के बेटे अली के नाम से इस पत्र में पिता अतीक अहमद, चाचा अशरफ और भाई असद की मौत के लिए बीजेपी और सपा को जिम्मेदार बताया गया है। इस लेटर यह जिक्र नहीं है किसको वोट किया जाए। हालांकि इस चिट्ठी की जांच की जा रही है कि इस किसने छपाई है। पत्र में लिखा है कि ‘मैं अली अहमद मरहूम अतीक अहमद के लड़के आप लोगों से गुजारिश करता हूं। मेरे बुजुर्गों, मेरे भाई, मेरी मां, आप लोग हालात को देख रहे हैं कि कैसे मेरे वालिद और मेरे चाचा अशरफ और मेरे भाई असद का एनकाउंटर कर दिया गया और अब हमको भी मारने की कोशिश की गई की जा रही है। मेरी मां शाइस्ता परवीन का एनकाउंटर करने के लिए उनकी भी तलाश की जा रही है।
आगे लिखा गया है कि मेरे पिता, चाचा और भाई के एनकाउंटर में जितना हाथ बीजेपी और योगी आदित्यनाथ का है, उतना ही हाथ अखिलेश यादव का है। मैं आप लोगों से गुजारिश करता हूं। मुसलमान भाई एक हो जाएं। आप लोग भाजपा सपा को वोट ना दें। इतना इशारा आप लोगों के लिए काफी है। अब मुसलमान किसी बहकावे में नहीं आएंगे। इस पत्र में अतीक अहमद, अशरफ और असद की फोटो भी लगाई गयी है।