वाराणसी। नाबालिग लड़कियों जिंदगी बर्बाद करने वाले गिरोह के तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह लोग लड़कियों को हीरोइन बनाने का झांसा देकर आर्केस्ट्रा संचालकों को बेच देते थे। इस मामले में आरोपियों की पहचान परमानंदपुर के चंदन सोनकर व उसकी पत्नी राधा सोनकर और मिर्जापुर जिले के विंध्याचल थाना क्षेत्र के शिवपुर निवासी राजू सोनकर के रूप में हुई है।
जानकारी के मुताबिक केशरीपुर और भुल्लनपुर की दो छात्राएं बीते 19 अप्रैल को घर से निकलीं। जिसमें से एक केशरीपुर की छात्रा ने अपने घर पर चिट्ठी छोड़ी थी कि अब कुछ बन कर ही लौटेंगे, मां परेशान मत होना। खोजबीन पर भी दोनों का पता नहीं चला। इसके बाद परिजनों ने रोहनिया थाने में तहरीर दी। वहीं, पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर दोनों की तलाश शुरू की।
रोहनिया इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार की रात दरोगा लक्षीराम चौबे, विद्यासागर व किरन यादव की टीम गश्त पर निकली थी। रात 12:15 बजे के लगभग मिल्की चक मोड़ पर दो लड़कियों और एक महिला के साथ दो पुरुषों को देख कर पुलिस टीम ने उनसे पूछताछ की। दोनों वही लड़कियां थीं जो 19 अप्रैल से घर से गायब थीं। सभी को थाने लाकर पूछताछ की गई तो दोनों लड़कियों के गायब होने की गुत्थी सुलझी।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह सोशल मीडिया के जरिये लड़कियों को हीरोइन बनाने का झांसा देकर उनका सौदा आर्केस्ट्रा संचालकों से करके उन्हें सौंप देते थे। बरामद दोनों लड़कियां भी उनके झांसे में आकर हीरोइन बनने निकली थीं। वहीं, वाराणसी में आर्केस्ट्रा संचालकों से दोनों को सौंपने के लिए बात की गई, लेकिन सौदा तय नहीं हो पाया। इसीलिए दोनों लड़कियों को लेकर तीनों मिर्जापुर जाने के लिए मिल्कीचक मोड़ पर वाहन का इंतजार कर रहे थे। उसी दौरान पुलिस आ गई और तीनों पकड़े गए।