भोपाल। मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया ने रविवार को हिन्दू देवता बजरंग बली को लेकर एक बड़ा दावा किया है। कांग्रेस विधायक के मुताबिक भगवान बजरंग बली एक आदिवासी वनवासी थे जिन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की रक्षा की थी।
सिवनी जिले के बरघाट निर्वाचन क्षेत्र के विधायक काकोड़िया ने यह भी दावा किया कि भगवान राम के 14 साल के वनवास के दौरान आदिवासियों ने उनकी मदद की थी, न कि अयोध्या की सेना, क्षत्रियों की सेना या ब्राह्मणों की सेना ने। उन्होंने उड़ेपानी गांव में मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की उपस्थिति में एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। काकोड़िया ने कहा कि कोई हमारे बजरंग बली का अपमान करेगा तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि जो बजरंग बली का नाम लेकर सड़क पर उतरेगा और उनका अपमान करेगा तो आदिवासी समाज उसको छोड़ेगा नहीं। गौरतलब है कि भगवना बजरंग बली का एक नाम भगवान हनुमान भी है जो एक हिंदू देवता और भगवान राम के एक दिव्य वानर साथी हैं। वह महाकाव्य रामायण के मुख्य पात्रों में से एक हैं। कांग्रेस ने 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को जारी अपने चुनावी घोषणापत्र में कहा है कि वह जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पार्टी ने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र हैं और बजरंग दल, पीएफआई जैसे संगठनों या किसी अन्य द्वारा समुदायों के बीच दुश्मनी या नफरत को बढ़ावा देकर इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है, भले वह बहुसंख्यक समुदाय हो या अल्पसंख्यक। हम ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने सहित कानून के अनुसार निर्णायक कार्रवाई करेंगे।’’
इस घोषणा पत्र में बजरंग दल के जिक्र किये जाने पर सत्तारूढ़ भाजपा और दक्षिणपंथी संगठनों ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कर्नाटक में तीन जनसभाओं को संबोधित करते हुए ‘जय बजरंग बली’ के नारे लगाए। उन्होंने विजयनगर जिले के होसपेट में कहा, ‘‘कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है। पहले उन्होंने प्रभु श्री राम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है।’’