Up News- सिराथू कौशांबी स्वास्थ्य विभाग के झोलाछाप प्रभारी और नर्सिंग होम प्रभारी की उदासीनता के चलते सिराथू तहसील क्षेत्र के कैमा के पास एक अस्पताल स्वास्थ्य विभाग के बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहा है इस अस्पताल में योग्य चिकित्सक भी नहीं है कम पढ़े-लिखे लोग अस्पताल पहुंचे मरीजों का इलाज कर रहे हैं फार्मासिस्ट नर्स कंपाउंडर के पास भी डिग्रियां नहीं है स्कूल से पढ़कर निकलने वाले छात्रों को कंपाउंडर नर्स और फार्मासिस्ट बनाकर के मरीजों का इलाज करने का जिम्मा दे दिया जाता है जिससे मरीजों का मर्ज ठीक होने के बजाय और बढ़ जाता है मरीज का मर्ज बढ़ने के बाद मंझनपुर और सिराथू के अस्पतालों में रेफर करके दूसरे अस्पताल से भी मोटा कमीशन वसूलते हैं रेफर के बाद अस्पताल पहुंचे मरीजों को सिराथू और मंझनपुर के अस्पताल संचालक बकरा की तरह हलाल कर धन वसूली करते हैं जिससे मरीज और उनके परिवार के लोग परेशान हो उठे हैं
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बताया जाता है कि कैमा में संचालित इस अस्पताल में राजस्थान के एक मंदिर के भगवान का नाम लिखकर के हेल्थ केयर का बोर्ड लगाया गया है जहां मरीजों की भीड़ लगती है अस्पताल के अंदर आधा दर्जन बेड लगाई गई हैं जहां मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाता है जबकि अस्पताल संचालित करने का लाइसेंस स्वास्थ्य विभाग ने नहीं दिया है इस अस्पताल में चिकित्सक फार्मासिस्ट कंपाउंडर नर्स योग्य नहीं है जिससे मर्ज ठीक नहीं होता है बल्कि मरीजों का मर्ज बढ़ जाता है इस अस्पताल के संचालक का उद्देश्य केवल धन वसूली तक सीमित है मामले की कई बार लोगों ने शिकायत भी की लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लगातार मेहरबानी इस अस्पताल संचालक पर बनी रही है बताया जाता है कि यह अस्पताल एनजीटी के नियमों पर भी खरा नहीं उतर रहा है तमाम खामियां होने के बाद भी कैमा के इस अस्पताल पर कार्यवाही न होने से स्वास्थ्य विभाग पर भी बड़े सवाल खड़े हो गए हैं